Last Updated: Tuesday, December 24, 2013, 10:53
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली: लॉ इंटर्न के साथ यौन शोषण के आरोपों से घिरे सुप्रीम कोर्ट पूर्व जस्टिस एके गांगुली की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पीडित लड़की ने ब्लॉग में अपना पक्ष लिखा है। लॉ इन्टर्न ने अपने ताजा बयान में उनकी चिट्ठी की कड़ी आलोचना की है।लड़की का कहना है कि जस्टिस गांगुली झूठ बोल रहे हैं।
पीड़ित लॉ इंटर्न ने ब्लॉग में कहा है कि मैंने अपनी और सुप्रीम कोर्ट की गरिमा को बचाने के लिए एडिशनल सॉलिसिटर जनरल इंदिरा जयसिंह को हलफनामा सार्वजनिक करने के लिए अधिकृत किया था। उन्होंने बताया कि इंटर्नशिप के दौरान छात्राओं के साथ होने वाले यौन उत्पीड़न के मद्देनजर विश्विद्यालय के पास कोई पॉलिसी नहीं है। पीड़ित लड़की ने कहा है कि मुझे संकेत दिया गया कि किसी कार्रवाई का कोई फायदा नहीं होगा। मुझसे कहा गया कि मेरे पास सिर्फ एक ही रास्ता है कि मैं पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाऊं। लेकिन मैं ऐसा नहीं करना चाहती थी।
गौर हो कि गांगुली ने भारत के मुख्य न्यायाधीश पी सदाशिवम को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने खुद को निर्दोष बताया था। मुख्य न्यायाधीश को अपने लेटर में गांगुली ने लिखा था कि उन्होंने कभी किसी महिला इन्टर्न का उत्पीड़न नहीं किया था और न ही किसी के साथ अप्रिय व्यवहार किया था।
First Published: Tuesday, December 24, 2013, 10:53