Last Updated: Wednesday, October 9, 2013, 20:11

नई दिल्ली : विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की घटनाओं को पीछे छोड़ते हुए भारत को कुछ धर्य दिखाना है और पाकिस्तान के उन तत्वों के हाथ में नहीं खेलना है जो शांति प्रक्रिया को स्थगित करना चाहते हैं।
खुर्शीद ने कहा कि मैं काफी सोचता हूं कि सीमा और नियंत्रण रेखा पर जो हो रहा है उससे हम काफी निराश, चिंतित और दुखी हैं, मेरा मानना है कि हमें कुछ धर्य दिखाना होगा और जो ताकत समस्या उत्पन्न करना चाहते हैं उनके हाथों में नहीं खेलना होगा। श्रीलंका से लौटते समय वह एक सवाल का जवाब दे रहे थे जिसमें उनसे कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास केरन सेक्टर में पाकिस्तान के संदिग्ध विशेष बलों के सहयोग से 35-40 आतंकवादियों के घुसपैठ के प्रयास के बाद भारत-पाक वार्ता प्रक्रिया के भविष्य के बारे में पूछा गया था।
यह पूछने पर कि क्या बार-बार संघर्ष विराम उल्लंघन और घुसपैठ के प्रयास के परिप्रेक्ष्य में नवाज शरीफ सरकार पर विश्वास किया जा सकता है तो खुर्शीद ने स्पष्ट किया कि मुद्दों को सुलझाने के लिए वार्ता ही आगे का रास्ता है। खुर्शीद ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने कहा है कि दोनों देशों को विश्वास के अलावा एक-दूसरे से निपटने का कोई और विकल्प नहीं है। आपको पुष्टि करनी होगी और विश्वास करना होगा।
खुर्शीद ने कहा कि शरीफ को भारत के साथ बेहतर संबंधों के लिए स्पष्ट जनादेश से मई के आम चुनावों में निर्वाचित किया गया था और इस संबंध में कुछ धर्य और दृढ़ता दिखाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने नवाज शरीफ से इसलिए मुलाकात की कि नवाज शरीफ ने बार-बार संकेत दिए कि भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति को सामान्य बनाने की इच्छा रखते हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 9, 2013, 20:11