Last Updated: Sunday, January 12, 2014, 20:01
नई दिल्ली : भारत के उभरते परमाणु बाजार में दाखिल होने को उत्सुक दक्षिण कोरिया यहां एक परमाणु ऊर्जा संयंत्र बनाना चाहता है। जबकि भारत अभी इसको लेकर ज्यादा उत्सुक नहीं है। सरकार पहले उन परियोजनाओं को पूरा करना चाहती है जिन पर पहले ही काम शुरू किया जा चुका है । इनमें कुडनकुलम-तीन एवं चार तथा जैतापुर जैसी परियोजनाएं हैं।
सूत्रों ने बताया कि दक्षिण कोरिया ने भारत में एक परमाणु संयंत्र बनाने की अपनी इच्छा उस वक्त जाहिर की थी जब उसके विज्ञान मंत्रालय का एक प्रतिनिधिमंडल हाल ही में यहां आया था। इससे पहले, परमाणु ऊर्जा विभाग की एक टीम पिछले साल नवंबर महीने में परमाणु क्षेत्र में संभावित द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा करने जब दक्षिण कोरिया गयी थी तो उस वक्त भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी।
सूत्रों ने कहा कि भारत फिलहाल कोरियाई परमाणु रिएक्टरों को लेकर ज्यादा उत्सुक नहीं है। परमाणु ऊर्जा विभाग पहले मौजूदा संयंत्रों पर ध्यान देना चाहता है और जवाबदेही जैसे मुद्दों से निपटना चाहता है क्योंकि इन मुद्दों पर कई विदेशी साझेदार सवाल उठा चुके हैं।
विभाग के एक आला अधिकारी ने बताया, ‘हम पहले उन परियोजनाओं की राह की बाधाएं दूर करना चाहते हैं जो पहले से ही विचाराधीन हैं और उसके बाद ही किसी अन्य परियोजना की दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं।’ अभी सारे परमाणु ऊर्जा संयंत्र अपने निर्धारित समय से पीछे चल रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 12, 2014, 20:01