Last Updated: Thursday, October 3, 2013, 17:04

नई दिल्ली : कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी की टिप्पणी ‘पहले शौचालय फिर देवालय’ पर चुटकी ली और भाजपा से पूछा की आखिर इस बार वह चुप क्यों है, जबकि उसने केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश की इसी तरह की टिप्पणी को लेकर विवाद खड़ा कर दिया था ।
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने अखबार के एक पुराने लेख का उललेख किया, जिसमें मोदी के हवाले से कहा गया था कि वो लोग जो शौचालय साफ करते हैं उन्हें ऐसा करने में आध्यातमिक खुशी मिलती है जबकि केन्द्रीय मंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि ‘मोदी हिन्दू नेता नहीं’ हैं लेकिन हिन्दुओं को भ्रमित करने ओर वोट इकट्ठा करने के लिए उन्हें ऐसा पेश किया जा रहा है ।
शुक्ला ने कहा कि मोदी जो कुछ भी कहते हैं उस पर भाजपा चुप्पी मार जाती है और उन्हें समर्थन देना शुरू कर देती है। जयराम रमेश ने एक बार कहा था कि गावों में मंदिर से पहले शौचालय बनना चाहिए । तब भाजपा ने तत्काल रमेश की आलोचना की थी और मांग की कि उन्हें देश से माफी मागनी चाहिए ।
शुक्ला ने कहा, ‘‘जब मोदी ने ऐसा कहा तो भाजपा अपना मुंह क्यों नहीं खोल रही है । मोदी कोई हिन्दू नेता नहीं हैं । उन्होंने हिन्दुओं के लिए कुछ किया भी नहीं है । वह हिन्दुओं के नेता नहीं हैं । उनकी राय भी पूरी तरह से अलग है । वोट हासिल करने के षडयंत्र के तहत लोगों को, हिन्दुओं को भ्रमित करने के लिए उन्हें इस तरह से पेश किया जा रहा है ।
मोदी के कटु आलोचक समझे जाने वाले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्होंने एक लेख देखा है जिसमें मोदी ने कहा था कि जो शौचालयों को साफ करते हैं उन्हें इसकी सफाई करने में आध्यात्मिक खुशी मिलती है । मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या उन्हें कभी इस तरह की खुशी का अनुभव हुआ था और शौचालय साफ किया था । मोदी ने कल यहां युवाओं के एक कार्यक्रम में कहा कि मुझे हिंदुत्ववादी नेता कहा जाता है । मेरी छवि मुझे ऐसा कहने नहीं देगी लेकिन मुझमें यह कहने का साहस है । वाकई मेरी सोच है - पहले शौचालय, फिर देवालय । (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 3, 2013, 13:50