Last Updated: Monday, March 17, 2014, 17:13

नई दिल्ली : फसलों की कटाई और बसंत के चरमोत्कर्ष पर पूरे देश में आज पारंपरिक हर्षोल्लास और भाइचारे के साथ रंगो का त्योहार होली मनाया गया और एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाते और बधाई देते लोग रंग बिरंगे कपड़े पहनकर सड़कों पर निकल आए।
क्या युवक और क्या बुजूर्ग रंगों का त्योहार मनाने में वृंदावन की विधवाएं भी पीछे नहीं रही। ढोलक एवं मंजिरा की थाप पर नाचते गाते लोग एक दुसरे को गुलाल लगाकर शुभाकामना दे रहे थे। लोग एक दूसरे को मिठाई भी खिला रहे थे।
हिन्दू धर्मग्रंथों के अनुसार होली के त्योहार के पीछे प्रह्लाद की कहानी है जिसमें राक्षसी होलिका के साथ आग में बैठने के बावजूद प्रह्लाद को आग की लपटों से कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। जबकि आग से कोई नुकसान पहुंचने के वरदान के बावजूद होलिका जल जाती है। यह असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है। हिन्दू महीना फागुन कल समाप्त हुआ और आज चैत्र का पहला दिन है।
साथ ही भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा, वृंदावन में रविवार से ही होली का सुरूर चढ़ हुआ है। पूरे क्षेत्र में स्थित मंदिरों में रंगों और प्रार्थनाओं का दौर जारी है। वृंदावन के मंदिरों में जोर-शोर से गुलाल उड़ रहे हैं। मूर्तियों पर फूलों की पंखुड़ियों की वर्षा हो रही है। होली समारोह का मुख्य स्थल बाके बिहारी मंदिर बना हुआ है। मथुरा में होली द्वार से द्वारकाधीश मंदिर तक होली की धूम है। लोग एक-दूसरे को रंग-अबीर लगा रहे हैं और होली की बधाइयां दे रहे हैं। गोवर्धन से बरसाना, नंदगांव और यमुना पार गोकुल-महावन तक होली का पूरा माहौल है और लोग पूरे उत्साह के साथ इस त्योहार को मना रहे हैं।
दिल्ली में सोमवार को हर्षोल्लास के साथ होली का त्योहार मनाया जा रहा है। लोग एक-दूसरे पर रंग डाल रहे हैं और अबीर-गुलाल लगा रहे हैं।बच्चे और युवा लोगों पर पिचकारियों और गुब्बारों में रंग भरकर लोगों पर फेंक रहे हैं। शहर में लोग कृष्ण मंदिरों में उमड़े हुए हैं।
अन्य दिनों की तुलना में आज ठंड का नामोनिशान नहीं था जिसके कारण लोग उल्लास के साथ होली खेलने निकले। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री मनमसेहन सिंह ने होली के अवसर पर लोगों को शुभकामना देते हुए कहा कि यह त्योहार एकता और भाइचारे के बंधन को मजबूत बनाने का संदेश देता है। संप्रग 2 के कार्यकाल में पहली बार प्रधानमंत्री ने अपने कर्मचारियों के साथ होली मनायी। (एजेंसी)
First Published: Monday, March 17, 2014, 09:55