अरुणाचल में नत्थी वीजा मुद्दा, सीमा विवाद बनी सुर्खियां

अरुणाचल में नत्थी वीजा मुद्दा, सीमा विवाद बनी सुर्खियां

इटानगर : अरुणाचल प्रदेश में चीनी सैनिकों की घुसपैठ, नत्थी वीजा, शरणार्थी और स्थायी आवास प्रमाणपत्र संबंधी मुद्दे किसी न किसी रूप में साल भर सुखिर्यों में बने रहे। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिक इस साल अगस्त में अरूणाचल प्रदेश के अंजवा जिले के चांगलगाम इलाके में भारतीय भूभाग में करीब 20 किमी अंदर आ गए और कुछ दिन रहे।

इस घटना की कड़ी प्रतिक्रिया हुई और मुख्यमंत्री नबाम तुकी ने विधानसभा में इसकी निंदा की। ‘ऑल अरुणाचल प्रदेश स्टूडेंट्स यूनियन’ (एएपीएसयू) ने व्यापक विरोध प्रदर्शन भी किया। अरुणाचल प्रदेश ने केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री निनोंग इरिंग के माध्यम से केंद्र के समक्ष नत्थी वीजा मुद्दा भी उठाया। नत्थी चीनी वीजा मिलने के कारण राज्य की दो महिला धनुर्धर वुक्शी में होने वाली ‘यूथ वर्ल्ड आर्चरी चैम्पियनशिप’ में भाग नहीं ले सकीं।

दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 10 अक्तूबर को आव्रजन अधिकारियों ने मिहू मासेलो और यूमी सोरांग को गुआंझोउ जाने वाली चाइना सदर्न एयरलाइन्स की उड़ान में नहीं बैठने दिया। यह मुद्दा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बीजिंग में चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग के साथ बातचीत में उठाया लेकिन इस पर अपेक्षित प्रगति नहीं हुई।

चीन ने नवंबर में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अरूणाचल प्रदेश दौरे पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि उम्मीद है कि सीमा विवाद को उलझाने वाली कार्रवाइयों से भारत बचेगा। (एजेंसी)

First Published: Monday, December 23, 2013, 13:48

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