सुमित्रा महाजन ने संभाली स्पीकर की कुर्सी, निर्विरोध चुनी गईं

सुमित्रा महाजन ने संभाली स्पीकर की कुर्सी, निर्विरोध चुनी गईं

सुमित्रा महाजन ने संभाली स्पीकर की कुर्सी, निर्विरोध चुनी गईंज़ी मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली : भाजपा की वरिष्ठ नेता और इंदौर से आठ बार की सांसद सुमित्रा महाजन 'ताई' 16वीं लोकसभा के लिए स्पीकर पद के चुनाव में निर्विरोध चुन ली गईं। अध्यक्ष पद के लिए उनके नाम का प्रस्ताव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया और अनुमोदन लालकृष्ण आडवाणी ने किया, जिसे पूरे सदन ने एकमत होकर स्वीकार कर लिया।

सुमित्रा के अध्यक्ष पद पर निर्वाचन के लिए सत्तारूढ़ भाजपा के सदस्यों के अलावा कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, शिवसेना, तेलगुदेशम, टीआरएस, लोजपा, बीजद, तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों की ओर से भी प्रस्ताव रखे गए।

प्रोटेम स्पीकर कमलनाथ ने मोदी की ओर से पेश प्रस्ताव को वोट के लिए सदन के सामने रखा और उसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिए जाने के बाद उन्होंने सुमित्रा को निर्वाचित घोषित किया। उन्होंने कहा कि मोदी का पहला प्रस्ताव स्वीकार हो जाने के बाद अन्य प्रस्ताव रखे जाने की जरूरत नहीं रह गई है।

इसके बाद कमलनाथ ने सुमित्रा महाजन को अध्यक्ष पद का आसन ग्रहण करने के लिए आमंत्रित किया। इस पर नरेंद्र मोदी, एल के आडवाणी, सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव, तृणमूल नेता सुदीप बंदोपाध्याय, अन्नाद्रमुक के थम्बीदुरई, लोजपा के रामविलास पासवान और संसदीय कार्य मंत्री एम. वेंकैया नायडु उन्हें आसन तक लेकर आए।

पूरे सदन ने खड़े होकर करतल ध्वनि से उनका स्वागत किया और इस बीच उन्होंने अपना आसन ग्रहण किया। सुमित्रा लोकसभा की दूसरी महिला अध्यक्ष हैं। इससे पहले 15वीं लोकसभा में मीरा कुमार पहली महिला अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित हुई थीं।

सुमित्रा के आसन संभालने के बाद नायडू ने कहा कि प्रोटेम स्पीकर कमलनाथ ने अध्यक्ष का चुनाव होने तक सदन को बहुत अच्छे ढंग से चलाया है। इसके लिए उन्होंने पूरे सदन की ओर से कमलनाथ का धन्यवाद किया। नायडू ने लोकसभा महासचिव पी. श्रीधरन का भी धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने पूरे समय सदन में रहकर 510 सदस्यों को शपथ दिलाने का एक नया रिकार्ड बनाया है। उन्होंने कहा कि श्रीधरन एक मिनट के लिए भी सदन से बाहर नहीं गये और इसी कारण हम शपथ दिलाने के कार्यक्रम को इतनी जल्दी पूरा कर पाये।

संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि ऐसा लग रहा था कि सत्र की अवधि बढ़ानी पड़ेगी लेकिन श्रीधरन ने जिस तेजी से शपथ ग्रहण प्रक्रिया निपटायी, अब सत्रावधि बढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने अध्यक्ष के तौर पर सुमित्रा का स्वागत करते हुए कहा कि इस सदन की महान परंपरा के अनुसार पूरे सदन ने सुमित्रा महाजन का सर्वसम्मति से निर्वाचन किया है।

उन्होंने कहा कि विश्व के इस सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर की व्यास पीठ पर सुमित्रा महाजन को देखकर हम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। मोदी ने सुमित्रा से कहा कि राष्ट्र की समस्याओं के समाधान में आपका (सुमित्रा का) मार्गदर्शन बहुत मूल्यवान साबित होगा। मोदी ने कहा कि इस बात का भी गर्व महसूस हो रहा है कि आप इंदौर के कॉरपोरेशन से शुरूआत करके आठ बार इस सदन के लिए निर्वाचित होकर इस सम्मानित ओहदे तक पहुंची हैं।

प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि सुमित्रा का अनुभव सदन के संचालन में बहुत कारगर साबित होगी। मोदी ने कहा कि 16वीं लोकसभा में एक ऐसा अवसर प्राप्त हुआ है, जो पहली लोकसभा के गठन में हुआ था। तब सभी सदस्य पहली बार चुनकर आये थे और उसके बाद आज किसी नवगठित सदन में 315 लोग पहली बार चुनकर आये हैं। उन्होंने कहा कि पुरानी महान परंपराओं को आगे बढ़ाते हुए ये जो नया रक्त और ऊर्जा आयी है, उससे ये सदन नई ऊर्जा का मंदिर भी बन सकता है।

मोदी ने सुमित्रा महाजन से कहा कि आपका नाम ही ऐसा है कि सबको अपनेपन की अनुभूति होगी। प्रधानमंत्री ने सुमित्रा को अध्यक्ष पद के लिए सभी दलों की ओर से समर्थन दिये जाने पर उम्मीद जतायी कि ये सदन जनसामान्य की आकांक्षाओं को पूरा करने में सक्षम होगा।

सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सुमित्रा का स्वागत करते हुए कहा कि लोकतंत्र में सभी के हक की रक्षा करने और छोटे-बड़े सभी दलों को साथ लेकर चलने का अवसर आपको मिला है। उन्होंने कहा कि इस सदन के लिए आठ बार चुने जाने के बाद भी ‘मैंने पाया कि आप सदन उठने तक बैठी रहती थीं, दूसरों की बातें सुनती थीं, चर्चा में खुद हिस्सा लेती थीं, हमेशा हंसमुख रहती थीं और अगर कोई टीका टिप्पणी भी करती थीं तो उसमें पूरी गंभीरता होती थी। इसीलिए आपको इस आसन पर देखकर बहुत हर्ष हो रहा है।’

अन्नाद्रमुक नेता एम थंबीदुरई ने सुमित्रा का स्वागत करते हुए कहा, ‘आपको सबकी भावनाओं को साथ लेकर चलना है। आसन पर आपका अनुभव कोई नया नहीं है। आप पहले भी सभापति के पैनल के सदस्य के रूप में इस सदन का सक्षम और कुशल संचालन करती आयी हैं, ये हम सबने देखा है।’ उन्होंने कहा कि सदन की गरिमा बनाये रखने में सुमित्रा महाजन का पूरा सहयोग किया जाएगा। (एजेंसी इनपुट के साथ)

First Published: Friday, June 6, 2014, 09:38

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