Last Updated: Tuesday, January 21, 2014, 23:31

नई दिल्ली : सुनंदा पुष्कर की मौत की जांच करने वाले एसडीएम ने मंगलवार को पुलिस को निर्देश दिया कि वह इस मामले की हत्या और आत्महत्या के कोणों से गहन जांच करे। एसडीएम ने स्पष्ट रूप से उल्लेखित किया कि सुनंदा की मौत के पीछे ‘जहर’ मुख्य कारण है।
सूत्रों ने बताया कि एसडीएफ आलोक शर्मा ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि सुनंदा के परिवार के किसी भी सदस्य ने उसकी मौत के पीछे किसी षड्यंत्र की आशंका नहीं जताई है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में सुनंदा के शव का पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों ने कहा कि उसकी मौत ‘अचानक और अप्राकृतिक’ थी और उसकी मौत ‘दवा की अधिक खुराक’ लेने से हुई जिसे दूसरे शब्दों में दवा विषाक्ता कहा जा सकता है।
52 वर्षीय सुनंदा दक्षिणी दिल्ली के होटल में शुक्रवार की रात में मृत मिली थी। उससे एक दिन पहले उसकी पाकिस्तान की एक पत्रकार मेहर तरार से शशि थरूर से कथित प्रसंग को लेकर ट्विटर पर तकरार हुई थी।
एम्स सूत्रों ने कहा कि एसडीएम को सौंपी गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सुनंदा के दोनों हाथों पर दर्जन भर से अधिक चोट के निशान होने का उल्लेख है। इसके साथ ही उनके बाएं गाल पर मामूली चोट के निशान का भी उल्लेख है हालांकि रिपोर्ट में चोट से मौत को खारिज किया गया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सुनंदा के पेट में कोई भी खाद्य पदार्थ नहीं मिला है। चिकित्सकों का कहना है कि इसका मतलब यह है कि ‘वह खाना नहीं खा रही थी।’
पुलिस सूत्रों ने कहा कि सुनंदा होटल के जिस कमरे में मृत मिली वहां से अवसाद रोधी दवा एल्प्रोजलेम के दो पत्ते मिले हैं जिसे आमतौर पर एल्प्रैक्स के तौर पर जाना जाता है।
First Published: Tuesday, January 21, 2014, 17:24