Last Updated: Wednesday, November 20, 2013, 19:24

नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व थलसेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह के खिलाफ अवमानना कार्यवाही बुधवार को खत्म कर दी। इससे पहले जनरल वीके सिंह ने बिना शर्त माफी मांग ली और अपनी उम्र संबंधी विवाद के फैसले को लेकर न्यायपालिका के बारे में दिया गया अपना बयान वापस ले लिया। इस कार्यवाही के बाद 63 वर्षीय जनरल सिंह परेशान नजर आ रहे थे। उन्हें उनके वकील राम जेठमलानी ने सांत्वना दी।
वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी ने उनकी ओर से न्यायालय में कहा कि वह न्यायपालिका से संबंधित पूर्व थल सेनाध्यक्ष का पूरा बयान वापस ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह जनरल सिंह की आयु के विवाद पर 10 फरवरी, 2012 के शीर्ष अदालत के फैसले पर न्यायालय के बारे में दिये गये सभी बयान वापस ले रहे हैं।
न्यायमूर्ति आरएम लोढा और न्यायमूर्ति एचएल गोखले ने इस तथ्य का संज्ञान लिया कि न्यायालय में उपस्थित सिंह ने पहले ही अवसर पर क्षमा याचना कर ली है। न्यायाधीशों ने कहा कि हम उनकी बिना शर्त क्षमा याचना स्वीकार करते हैं और तद्नुसार अवमानना कार्यवाही खत्म करते हैं। न्यायाधीशों ने कहा कि प्रायश्चित एक ऐसा तरीका है जो हर तरह के खराब आचरण को भी माफ कर देता है और यदि क्षमा याचना दिल से की जा रही है और वह भी जेठमलानी जैसे वरिष्ठ अधिवक्ता द्वारा तो अवमानना कार्यवाही एक क्षण के लिये भी जारी नहीं रहनी चाहिए।
शीर्ष अदालत ने जनरल सिंह की उम्र विवाद के संबंध में 22 सितंबर को प्रकाशित पूर्व थल सेनाध्यक्ष की टिप्पणियों का स्वत: ही संज्ञान लेते हुये एक अक्तूबर को उन्हें नोटिस जारी किया था। न्यायालय ने कहा था कि पहली नजर में यह न्यायालय को बदनाम करने और उसके अधिकार को कम करके आंकने वाला है। जेठमलानी ने कहा कि सिंह 21 सितंबर को न्यायपालिका के बारे में एक समाचार एजेन्सी को अंग्रेजी और हिंदी में दिया गया पूरा बयान और न्यायालय से संबंधित अन्य सभी बयान वापस ले रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 20, 2013, 19:24