Last Updated: Friday, February 21, 2014, 16:24
बालेश्वर (ओड़िशा) : भारत ने देश में विकसित सतह से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल का चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र के प्रक्षेपण परिसर से प्रायोगिक परीक्षण किया । रक्षा अधिकारियों ने बताया कि मिसाइल ने पायलट रहित टार्गेट विमान ‘लक्ष्य’ की मदद से उड़ती हुई एक वस्तु को निशाना बनाया ।
अधिकारियों ने बताया, ‘पूर्वाह्न 11 बजकर 22 मिनट पर प्रक्षेपण परिसर 3 से आकाश का प्रायोगिक परीक्षण किया गया ।’ उन्होंने यह भी कहा, ‘आगामी कुछ दिन में कुछ और परीक्षण किए जाएंगे ।’ एक सूत्र ने कहा, ‘परीक्षण के दौरान मिसाइल से समुद्र के उपर एक निश्चित उंचाई पर पायलट रहित टार्गेट विमान की मदद से उड़ती हुई एक वस्तु पर निशाना साधा गया, जिसने प्रक्षेपण परिसर 2 से उड़ान भरी थी ।’ आकाश मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली विमान भेदी रक्षा प्रणाली है जिसका विकास एकीकृत गाइडेड मिसाइल विकास कार्यक्रम के तहत रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने किया है ।
उन्होंने कहा कि यह 25 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है और अपने साथ 60 किलोग्राम आयुध ले जा सकती है । इसमें ऐसी बैटरियां लगी हैं जिनसे यह समानांतर रूप से कई लक्ष्यों को पकड़ और निशाना बना सकती है ।
लड़ाकू विमानों, क्रूज मिसाइलों, हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों जैसे हवाई लक्ष्यों को मार गिराने की क्षमता से लैस इस मिसाइल की तुलना विशेषज्ञ अमेरिका की सतह से हवा में मार करने वाली एमआईएम-104 पैट्रियट मिसाइल से करते हैं । इससे पहले इसका परीक्षण 6 जून 2012 को इसी केंद्र से किया गया था । (एजेंसी)
First Published: Friday, February 21, 2014, 16:24