Last Updated: Friday, November 22, 2013, 18:33
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : तहलका पत्रिका के मुख्य संपादक तरुण तेजपाल पर सियासी हमले भी शुरू हो गए हैं। जनता दल-यूनाइटेड के नेता शरद यादव ने कहा है कि तरुण तेजपाल का गुनाह आसाराम जैसा है और उन्हें जेल में डाल देना चाहिए।
ज्ञात हो कि तरुण तेजपाल की एक सहकर्मी ने उन पर अपना यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।
घटना गोवा में तहलका पत्रिका के `थिंक फेस्ट` इवेंट के दौरान यह घटना घटी है। इसके बाद तेजपाल ने दोष स्वीकार कर छह महीने के लिए पत्रिका से खुद को अलग करते हुए इस्तीफा प्रबंध संपादक शोमा चौधरी को भेज दिया था।
पीड़ित महिला पत्रकार ने तहलका के फैसले से असंतोष जताया है। एक चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक पीड़िता ने कहा है कि तहलका में दूसरे पत्रकार इस फैसले से संतुष्ट हैं यह कहना बिल्कुल गलत है। तहलका में केवल तरुण तेजपाल के प्रायश्चित के पत्र को ही सर्कुलेट किया गया है, मेरी बातों को लोगों तक नहीं पहुंचाया गया। पीड़िता की महिला मित्र ने आरोप लगाया की उस पर यौन हमला किया गया था और वह पूरी तरह टूट चुकी है व भावनात्मक रूप से डरी हुई है।
वहीं, गोवा पुलिस का कहना है कि तहलका प्रबंधन उसकी जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। जबकि तहलका की मैनेजिंग एडिटर शोमा चौधरी ने कहा है कि तरुण देश छोड़कर नहीं भागे हैं, वह देश में हैं।
First Published: Friday, November 22, 2013, 13:57