Last Updated: Thursday, February 13, 2014, 22:18

नई दिल्ली : लोकसभा में गुरुवार को कालीमिर्च का स्प्रे किये जाने और माइक तोड़े जाने की घटनाओं के बीच सरकार ने जहां विवादास्पद तेलंगाना विधेयक पेश किये जाने का दावा किया, वहीं भाजपा सहित सात दलों ने सरकार के इस दावे पर सवाल खड़ा कर दिया जिसके बाद संकेत मिला कि प्रस्तावित विधेयक इस सत्र में पारित नहीं हो पाएगा। भाजपा ने सरकार के इस दावे को मानने से इनकार कर दिया कि विवादास्पद तेलंगाना विधेयक लोकसभा में आज पेश कर दिया गया है। उसने कहा कि चूंकि संसदीय प्रक्रिया का अनुसरण नहीं हुआ है इसलिए वह इस विधेयक को पेश माने जाने को स्वीकार नहीं करती है।
इस संबंध में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज की अगुवाई में भाजपा, जदयू, सपा, भाकपा और बीजद समेत 6 दलों के नेताओं का समूह लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार से मिला और उनसे कहा कि वे तेलंगाना विधेयक को पेश हुआ स्वीकार नहीं करते हैं। तृणमूल कांग्रेस और वाईएसआर कांग्रेस के नेताओं ने भी स्पीकर से मिलकर अपना विरोध जताया।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि जो कुछ हुआ है, वह अपनी सभी हदें पार गया है। अब ऐसा लगता है कि जो भी हुआ है वह कांग्रेस द्वारा रचा गया है क्योंकि कांग्रेस ऐसी अव्यवस्था पैदा करनी चाहती थी जिससे सभी सदस्य लोकसभा से चले जाएं और तब वे ऐसा दावा कर सकें कि तेलंगाना विधेयक पेश हो गया है। उन्होंने कहा कि विधेयक पेश नहीं किया गया। सरकार ऐसा दावा कैसे कर सकती है। अगर सरकार दावा कर रही है कि विधेयक पेश किया जा चुका है तो हम इस बात को नहीं मानते।
वहीं, गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि विधेयक उनके द्वारा पेश कर दिया गया है और अब यह सदन की सम्पत्ति बन गया है। संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ और कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने भी ऐसा दावा किया। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 13, 2014, 22:18