Last Updated: Saturday, November 23, 2013, 17:29

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज चेतावनी दी कि आतंकवादी समूह आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों को बाधित करने का प्रयास कर सकते हैं और सुरक्षा बलों से कहा कि वे सतर्क रहें। प्रधानमंत्री ने यहां देश के शीर्ष पुलिस अधिकारियों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुछ राज्यों में साम्दायिक घटनाओं की संख्या में काफी वृद्धि होने पर चिंता जतायी और कहा कि उनसे बिना किसी पूर्वाग्रह, भय या पक्षपात से अत्यंत दृढ़ता से निपटा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, `आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों को (आतंकवादी समूहों द्वारा) बाधित किये जाने की आशंका है। सुरक्षा बलों को सावधान रहने की जरूरत है।` सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर और आसपास के जिलों में हाल में हुए साम्प्रदायिक हिंसा का उल्लेख करते हुए कहा कि कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने वाली एजेंसियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि साम्प्रदायिक भावनाएं भड़काने के लिए तुच्छ या स्थानीय मुद्दों का इस्तेमाल नहीं किया जाए।
प्रधानमंत्री ने पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों के सम्मेलन में कहा, `वर्तमान वर्ष के दौरान कुछ राज्यों में साम्प्रदायिक घटनाओं में काफी वृद्धि दर्ज की गई है। हम ऐसे हालात बर्दाश्त नहीं कर सकते..एक बार अशांति होने पर उससे बिना पूर्वाग्रह, भय या किसी पक्षपात के अत्यंत दृढ़ता से निपटा जाना चाहिए।` उन्होंने कहा कि राज्य के पुलिस महानिदेशकों पर यह जिम्मेदारी है कि वे यह सुनिश्चित करें कि पुलिस बल साम्प्रदायिक कृत्यों को रोकने के लिए जरूरत के हिसाब से कार्य करें।
उन्होंने समाज में तनाव बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया के दुरूपयोग पर चिंता जतायी और कहा कि देश ने हाल में मुजफ्फरनगर में गड़बड़ियां और गत वर्ष के दौरान हुए सोशल मीडिया और एसएमएस का दुरूपयोग देखा। उन्होंने कहा, `ऐसे रचनात्मक समाधान खोजने की आवश्यकता है जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता तथा सोशल मीडिया द्वारा मुहैया कराने जाने वाले संचार की आसानी पर अंकुश ना लगाएं।` प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवादी समूह विशेष रूप से लश्करे तैयबा के फिर से उभरने और घुसपैठ प्रयासों में बढ़ोतरी निगरानी और समन्वय बढ़ाना जरूरी हो गया है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, November 23, 2013, 12:30