Last Updated: Wednesday, March 5, 2014, 08:21

नई दिल्ली : ‘आप जब हमारी कहानी सुनेंगे, तब आप हमें प्यार करेंगे और हमारी पीठ थपथपायेंगे’ ये ही वे शब्द हैं जिनमें सहारा प्रमुख सुब्रत राय ने उच्चतम न्यायालय में मंगलवार को अपने समूह के कठिन दौर को बयां किया।
कुछ साल पहले के ‘संकट’ काल का उल्लेख करते हुए राय ने स्वयं ही न्यायमूर्ति के एस राधाकृष्णन और न्यायमूर्ति जे ए खेहर की पीठ ने कहा कि सहारा के हजारों कर्मियों ने अपने जेब से योगदान दिया ताकि निवेशकों को उनका धन वापस मिल पाए।
उन्होंने कहा, ‘यह एक सुंदर मानवीय कहानी है। यदि आप हमारी कहानी सुनेंगे, तो आप हमसे प्यार करेंगे और पीठ थपथपायेंगे। ’ लेकिन पीठ ने कहा, ‘हम आपको प्यार करेंगे यदि आप निवेशकों को भुगतान करेंगे। हम आपको प्यार करेंगे यदि आप कानून का पालन करेंगे। हम आपको प्यार करेंगे यदि आप हमारा फैसला मानेंगे। ’ पीठ ने कहा, ‘आपने अपना पक्ष रखने के लिए श्रेष्ठ और विद्वान वकील रखे हैं लेकिन आपने निवेशकों का भुगतान नहीं किया है। ’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 5, 2014, 08:21