Last Updated: Monday, May 19, 2014, 22:52
नई दिल्ली : पाकिस्तान ने सोमवार को कहा कि भारत को जम्मू-कश्मीर जैसे ‘‘विवादित’’ मुद्दों से नजरें नहीं चुरानी चाहिए जिसका समाधान दोनों देशों की प्रगति के लिए किया जाना जरूरी है।
भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा कि नई सरकार के पहले चार..पांच महीने महत्वपूर्ण होंगे और ये समय तय करेंगे कि कैसे द्विपक्षीय संबंध आगे बढ़ते हैं।
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के सदस्यों के साथ वार्ता में उन्होंने कहा, ‘‘यह (जम्मू..कश्मीर) महत्वपूर्ण मुद्दा है और भारत सरकार को विश्व को दिए गए वचन को पूरा करना है। यह परस्पर वार्ता का हिस्सा है। हमें विवादित मुद्दों से नजरें नहीं चुरानी चाहिए। हम जब इन मुद्दों से निपटेंगे तभी आगे बढ़ पाएंगे।’’ बासित ने कहा कि पाकिस्तान में राष्ट्रीय सहमति है कि हमारे संबंध सामान्य मित्रवत हों और इस्लामाबाद नई दिल्ली की नई सरकार से वार्ता करने को इच्छुक है।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन वार्ता के लिए कोई पूर्व शर्त नहीं होनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और भारत की नई सरकार जो निर्णायक जनादेश के साथ सत्ता में आई है, वे ‘‘निर्णायक फैसला’’ लेने की स्थिति में हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘अगले चार..पांच महीने महत्वपूर्ण हैं.. चीजें कैसे आगे बढ़ती हैं।’’ यह पूछने पर कि द्विपक्षीय मुद्दों को सुलझाने के लिए क्या ‘तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप’ की संभावना है तो बासित ने कहा कि अमेरिका जैसे देशों ने भारत और पाकिस्तान को वार्ता के लिए हमेशा प्रोत्साहित किया है लेकिन ‘‘अंतत: दोनों देशों को साथ बैठना होगा और चर्चा करनी होगी।’’
वार्ता वाले मुद्दों के बारे में पूछने पर पाक उच्चायुक्त ने कहा कि जम्मू..कश्मीर, सियाचिन, वाणिज्य एवं सांस्कृतिक मुद्दों सहित सभी मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘हम द्विपक्षीय वार्ता प्रक्रिया में शामिल रहे। सभी पर चर्चा की जा सकती है और हर चीज वार्ता योग्य है। प्रक्रिया शुरू होते ही हम आगे बढ़ेंगे। हर क्षेत्र में प्रगति की उम्मीद नहीं की जा सकती लेकिन कई क्षेत्र हैं जिसमें आगे बढ़ा जा सकता है। कई क्षेत्र हैं जहां हम तेजी से बढ़ सकते हैं जबकि कई क्षेत्रों में मुद्दों के समाधान में लंबा समय लगेगा।’’ (एजेंसी)
First Published: Monday, May 19, 2014, 22:52