Last Updated: Wednesday, February 12, 2014, 21:29
नई दिल्ली : खाद्य मंत्री केवी थामस ने वर्ष 1999 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ विदेशी मूल के मुद्दे पर विद्रोह का झंडा बुलंद करने के लिए कृषि मंत्री शरद पवार को पीठ में छुरा घोंपने वाला व्यक्ति बताया है।
खाद्य सुरक्षा जैसे मुद्दों पर पवार से मतभेद रखने वाले थामस ने अपनी पुस्तक ‘सोनिया, द बिलविड ऑफ मासेज’ में कांग्रेस कार्यसमिति की हंगामेदार बैठक के घटनाक्रम का सिलसिलेवार विवरण देते हुए मराठा क्षत्रप पर यह आरोप लगाया है।
एक सौ दस पृष्ठों की इस पुस्तक में थामस ने ‘बैकस्टैबिंग’ यानी ‘पीठ में छुरा घोंपना’ नामक शीर्षक से पांच पन्नों का एक अध्याय लिखा है और जिक्र किया है कि कैसे सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा पवार, पीए संगमा और तारिक अनवर ने उठाया। तीनों ने बाद में अलग ‘राष्ट्रवादी कांग्रस पार्टी’ (राकांपा) बनाई। थामस ने लिखा है कि जब सबसे पहले संगमा ने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में यह मुद्दा उठाया जब कांग्रेस अध्यक्ष भौंचक्की रह गयीं। पवार ने संगमा का समर्थन किया।
पुस्तक में कहा गया है कि जब संगमा ने अपना भाषण खत्म किया तब पवार ने बोलना शुरू किया। उन्होंने पार्टी में एकता लाने और उसमें जान फूंकने के लिए बतौर कांग्रेस अध्यक्ष उनकी भूमिका की सराहना की। तब उन्होंने कहना शुरू किया कि पार्टी सोनिया के विदेशी मूल के प्रचार का सामना नहीं कर पाएगी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 12, 2014, 21:29