संसद की कार्यवाही बाधित करना अधिकार नहीं: प्रणब

संसद की कार्यवाही बाधित करना अधिकार नहीं: प्रणब

कोलकाता : संसद और राज्य विधानसभाओं में लगातार बाधा डाले जाने की घटनाओं की आलोचना करते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को कहा कि इस मुद्दे पर सामूहिक रूप से सोचने-विचारने की जरूरत है कि क्या सदनों की कार्यवाही का निर्बाध संचालन सुनिश्चित करने के लिए मौजूदा नियमों में संशोधन की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में असहमति हो सकती है। विपक्ष का काम विरोध करना, पर्दाफाश करना है, न कि बाधा पहुंचाना। विरोध, पर्दाफाश आदि चल सकता है लेकिन बाधा नहीं। आप अपनी राय जाहिर करें लेकिन दूसरे को मौका नहीं मिले।

पश्चिम बंगाल विधानसभा के प्लैटिनम जुबली समारोह के समापन सत्र को बांग्ला में संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नेताओं को लोगों से वोट मांगने जाना होता है। मुखर्जी ने कहा कि उसके बाद अगर हम अपना काम नहीं करें तो यह सही बात नहीं है। उन्होंने कहा कि असहमति शालीन तरीके से और संसदीय युक्ति के मानदंडों और दायरे में जाहिर की जानी चाहिए। (एजेंसी)

First Published: Friday, December 6, 2013, 18:45

comments powered by Disqus