Last Updated: Monday, December 16, 2013, 12:48
हैदराबाद: आंध्र प्रदेश विधानसभा में आज दूसरे दिन भी तेलंगाना मुद्दा छाया रहा, जहां राज्य के विभाजन के समर्थक एवं विरोधी सदस्यों के हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही बाधित रही।
तेलंगाना क्षेत्र के विधायक आंध्र प्रदेश पुनर्गठन विधेयक-2013 को तत्काल सदन के पटल रखे जाने के लिए दबाव बना रहे थे, वहीं तटीय आंध्र और रायलसीमा क्षेत्र के विधायक राज्य के प्रस्तावित बंटवारे के खिलाफ प्रस्ताव लाए जाने की मांग कर रहे थे।
इस बीच विधानसभा अध्यक्ष नदेंदला मनोहर ने इस मसौदा विधेयक को सदन के पटल पर रखे जाने और इस पर तत्काल चर्चा कराने की मांग को लेकर टीआरएस, भाजपा, माकपा और एक निर्दलीय सदस्य की ओर से पेश किए गए स्थगन प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
इसके अलावा राज्य के विभाजन के खिलाफ प्रस्ताव लाए जाने की मांग को लेकर वाईएसआर कांग्रेस की ओर से और इस मुद्दे पर राज्य एवं केंद्र सरकार का पक्ष जानने की मांग को लेकर पेश दो अन्य स्थगन प्रस्तावों को भी विधानसभा अध्यक्ष ने खारिज कर दिया। अपनी अपनी मांगों के समर्थन में बैनर उठाए दोनों पक्षों के विधायक नारे लगाते हुए अध्यक्ष के आसन के करीब जा पहुंचे और सदन की कार्यवाही बाधित की।
यहां अध्यक्ष प्रश्न काल शुरू करना चाहते थे और उन्होंने सभी सदस्यों से इसमें सहयोग करने को कहा। इसके बावजूद सदस्य शांत नहीं हुए, जिसकी वजह से अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही सुबह दस बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 16, 2013, 12:48