अमेरिका का यू-टर्न, नरेंद्र मोदी से मिलना चाहती हैं नैन्सी पॉवेल

अमेरिका का यू-टर्न, नरेंद्र मोदी से मिलना चाहती हैं नैन्सी पॉवेल

अमेरिका का यू-टर्न, नरेंद्र मोदी से मिलना चाहती हैं नैन्सी पॉवेलज़ी मीडिया ब्यूरो

वाशिंगटन: ऐसा लगता है कि अमेरिका बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के लहर और उनके बढ़ते प्रभुत्व को स्वीकारने लगा है। मोदी को लेकर अमेरिकी रूख में नरमी के संकेत मिल रहे हैं। अमेरिकी राजदूत नैंसी पॉवेल नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगीं।

भारत में अमेरिका की राजदूत नैन्सी पॉवेल की योजना भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने की है। पॉवेल की योजना से, वर्ष 2002 में हुए गुजरात दंगों के सिलसिले में मोदी को लेकर अमेरिका के रूख में बदलाव का संकेत मिलता है।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया ‘हम (मोदी और पॉवेल के बीच) मुलाकात तय होने के बारे में पुष्टि कर सकते हैं।’ मोदी से मुलाकात का आग्रह पॉवेल ने किया था लेकिन प्रवक्ता ने मुलाकात की संभावित तारीख के बारे में कुछ नहीं कहा। समझा जाता है कि यह मुलाकात इसी माह अहमदाबाद में होगी।

प्रवक्ता ने कहा ‘यह अमेरिका.भारत संबंधों पर जोर देने के लिए वरिष्ठ राजनीतिक और कारोबारी नेताओं तक पहुंचने के लिए नवंबर में शुरू हुए हमारे प्रयासों का हिस्सा है।’ पिछले सप्ताहों में यहां के प्रभावशाली विचार समूहों ने कई सार्वजनिक बैठकें आयोजित कीं गईं थी जिनमें निष्कर्ष निकाला गया था कि आगामी चुनावों में मोदी की अगुवाई में भाजपा फिहलाल जीत की ओर अग्रसर है।

उन्होंने कहा, ‘मोदी फिलहाल देश में सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हैं। भारत की सभी अदालतों ने उन्हें क्लीन चिट दी है जिसे देखते हुए मोदी के साथ रिश्ते नहीं रखना अमेरिका की ओर से सही नहीं है।’ वर्ष 2005 में अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने वर्ष 2002 में गुजरात में हुए दंगों के मद्देनजर मोदी का वीजा रद्द कर दिया था।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

First Published: Tuesday, February 11, 2014, 08:41

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