Last Updated: Wednesday, January 8, 2014, 19:34

नई दिल्ली : सेना प्रमुख की सुरक्षा के कारण यातायात में फंसे होने से नाराज केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने बुधवार को देश की हास्यास्पद वीआईपी सुरक्षा व्यवस्था की आलोचना करते हुए कहा कि एक राज्य के अंदर राज्य और उसके भी अंदर राज्य जैसी स्थिति है, जहां कोई जवाबदेही नहीं है।
नाराज ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि वह रक्षा मंत्री एके एंटनी को इस बारे में पत्र लिखेंगे कि सेना पुलिस दिल्ली पुलिस की ड्यूटी संभालती है और जब तीनों सेनाओं के प्रमुख राष्ट्रीय राजधानी में निकलते हैं तो उनके लिए रास्ता बनाती है।
रमेश, जो अपने वाहन पर लाल बत्ती कभी नहीं इस्तेमाल करते, ने कहा कि उनकी कार को आज दोपहर सेना पुलिस ने सेना पुलिस के आवास के निकट रोक दिया। उस समय वह एक बैठक में शामिल होने तीन मूर्ति जा रहे थे। उन्होंने कहा कि यह हास्यास्पद बात है। रक्षा मंत्री (एके) श्री एंटनी ऐसा नहीं करते। एंटनी के पास कोई सुरक्षा नहीं है। और उनके (सेना) पास यातायात नियमित करने के लिए खुद के पुलिसकर्मी हैं। यह गलत है। दिल्ली पुलिस को यातायात नियमित करना चाहिए। मैं एंटनी को इस बारे में पत्र लिखने जा रहा हूं।
रमेश ने कहा कि एक बार जब वह काम पूरा करने के बाद अपने घर पैदल जा रहे थे, सेना पुलिस ने उन्हें रोक दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया ताकि सेना प्रमुख का काफिला आराम से गुजर जाए। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 8, 2014, 19:34