Last Updated: Sunday, January 26, 2014, 17:37
नई दिल्ली : गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम अपने संदेश में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा परोक्ष रूप से आम आदमी पार्टी की आलोचना किए जाने के एक दिन बाद पार्टी ने आज कहा कि उन्होंने जो कहा है, उस पर वह सावधानीपूर्वक विचार करेगी।
वरिष्ठ आप नेता आशुतोष ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘राष्ट्रपति ने जो कहा है, हम इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते क्योंकि वह देश के प्रथम नागरिक हैं। अगर उन्होंने आम आदमी पार्टी के बारे में कुछ कहा है तो हम उन्हें सावधानी से सुनेंगे और उस पर विचार करेंगे।’
मुखर्जी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के सड़कों पर प्रदर्शन पर परोक्ष टिप्पणी करते हुए कहा था कि सरकार कोई ‘परमार्थ संगठन’ नहीं होती और ‘लोक लुभावन अराजकता’ शासन का विकल्प नहीं हो सकता। मुखर्जी ने कहा था कि झूठे वायदों से असंतोष पैदा होता है और इससे रोष पैदा होता है तथा रोष के निशाने पर सत्ता में बैठे लोग होते हैं।
राष्ट्रपति के संबोधन के तुरंत बाद ही आप के वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव ने कहा था कि राष्ट्रपति का भाषण आप के बारे में नहीं है। यादव ने कहा था, ‘मेरा पूर्ण विश्वास है कि राष्ट्रपति के दिमाग में कुछ बड़ी बातें रही होंगी। जब वह अराजकता के बारे में बात कर रहे हैं तो शायद वह देश भर को ध्यान में रख रहे होंगे। गुजरात, पंजाब और पूरे देश में जो हो रहा है, शायद वह उस पर सोच रहे होंगे।’ इस बीच निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर रेल भवन के बाहर धरना देने के लिए केजरीवाल की आलोचना करते हुए भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति के बयान का स्वागत करती है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 26, 2014, 17:37