Last Updated: Wednesday, June 4, 2014, 16:47
नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हषर्वर्धन ने कहा कि ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे ने अगर सीट बैल्ट लगायी होती तो शायद उनकी जान बच सकती थी।
हषर्वर्धन ने इसके साथ ही गाड़ी चलाते समय सुरक्षा उपाय के रूप में सीट बैल्ट लगाने के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए बड़ा अभियान चलाने का भी ऐलान किया। दिवंगत नेता के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए महाराष्ट्र के बीड़ रवाना होने से पूर्व हषर्वर्धन ने कहा, ‘सीट बैल्ट पहनने से हो सकता है कि मुंडे की जान बच जाती। एक गलतफहमी के कारण मैंने अपने दोस्त को खो दिया। अधिकतर लोग यह सोचते हैं कि पिछली सीट की सीट बैल्ट केवल दिखावे के लिए होती है । वास्तव में पिछली सीट पर बैल्ट पहनना उतना ही जरूरी होता है जितना अगली सीट पर बैठे यात्री के लिए । टक्कर या आघात की स्थिति में सीट बैल्ट जान बचा सकती है ।’ मुंडे की कल सुबह मध्य दिल्ली में एक सड़क हादसे में अंदरूनी चोटों के कारण मौत हो गयी थी।
हषर्वर्धन ने सूचित किया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय जल्द ही गाड़ी चलाते समय सुरक्षा उपायों के संबंध में लोगों को जागरूक बनाने के लिए एक अभियान चलाएगा। उन्होंने बताया कि गैर सरकारी संगठनों के साथ मिलकर एक मल्टी मीडिया प्रचार अभियान चलाने पर विचार किया जा रहा है जिसका मकसद सुरक्षा होगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बच्चे भी गलत रोल माडल की पूजा करते हैं । गलत तरीके से ड्राइविंग या तेज गति से बाइक चलाने वालों के महिमामंडन के बजाय बच्चों को जिंदगी के सही रास्ते की ओर ले जाया जाना चाहिए ।
हषर्वर्धन ने बताया कि एक वाहनचालक द्वारा लाल बत्ती तोड़कर कथित रूप से मुंडे की कार में टक्कर मारे जाने के कुछ ही सेकेंड के भीतर मुंडे की मौत हो गयी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 4, 2014, 16:47