Last Updated: Monday, February 24, 2014, 23:27
नई दिल्ली : इंडियन मुजाहिद्दीन का सह संस्थापक यासीन भटकल अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन से प्रेरित था और युवकों को मारे गए आतंकवादियों का वीडियो दिखाकर ‘जिहाद’ के नाम जिंदगी कुर्बान करने को प्रोत्साहित करता था। एनआईए ने दिल्ली की अदालत में दायर आरोपपत्र में यह बात कही।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कहा कि भटकल ने इंटरनेट से कई दस्तावेज डाउनलोड किए जिसमें व्याख्यान एवं ओसामा एवं अन्य प्रमुख आतंकवादियों के वीडियो शामिल हैं। वह इन वीडियो और व्याख्यान को युवकों से दिखाता-सुनाता था।
एनआईए ने कहा, ‘‘वह ‘जिहाद’ के समर्थन में इस्लामिक धार्मिक किताबों के चुनिंदा मुहावरों का प्रयोग करता था। उसने इंटरनेट से कई दस्तावेज डाउनलोड किए जिसमें जिहाद को प्रत्येक मुसलमान के लिए अनिवार्य बताया।’’
‘आईएम की योजना अक्षरधाम मंदिर, पुणे के सेना कैंट इलाके को निशाना बनाने की थी’दिल्ली का अक्षरधाम मंदिर और पुणे में सेना का कैंट इलाका इंडियन मुजाहिद्दीन के निशाने पर थे। यह जानकारी एनआईए ने यासीन भटकल एवं उसके तीन सहयोगियों के खिलाफ अदालत में दायर आरोपपत्र में दी है। एनआईए ने अपने दूसरे आरोपपत्र में कहा कि भटकल और उसके सहयोगी असादुल्ला अख्तर से बरामद किए गए लैपटॉप के आंकड़ों से पता चलता है कि आईएम के सदस्य इन जगहों की रेकी कर रहे थे। एनआईए ने कहा, ‘‘इन फाइलों में पुणे के किरकी इलाके (सेना कैंट) के फोटोग्राफ हैं जिसे रियाज भटकल ने आरोपी असदुल्ला अख्तर को इंटरनेट से भेजे थे ताकि जनवरी-फरवरी 2012 के दैरान रेकी की जा सके जबकि वकास और वह महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के लोनी में छिपे हुए थे। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 24, 2014, 23:25