Last Updated: Monday, December 30, 2013, 17:43

शिमोगा (कर्नाटक) : महीनों की अटकलबाजी को खत्म करते हुए कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को कहा कि वह भाजपा में लौटेंगे, जिसे उन्होंने साल भर पहले अपनी अलग पार्टी बनाने के लिए छोड़ दिया था। येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘मैं नये साल के पहले हफ्ते में खुशखबरी दूंगा। मैं जानता हूं कि मेरी गैरहाजिरी से पार्टी को नुकसान पहुंचा। मैं न सिर्फ अपनी मूल पार्टी में लौटूंगा बल्कि नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए उनके हाथ मजबूत करने को लेकर समूचे राज्य का दौरा करूंगा।’’
हाल के हफ्तों में येदियुरप्पा की भाजपा में वापसी की काफी बातें हुई हैं। राज्य के नेताओं ने उनका समर्थन करने के लिए कोशिशें तेज कर दी है और भाजपा के पूर्व दिग्गज नेता भी इस बारे में संकेत दे रहे हैं।
येदियुरप्पा ने शिमोगा जिले में अपने निर्वाचन क्षेत्र शिकारीपुरा में यह बयान दिया है, जिसके ठीक एक दिन पहले उन्होंने कर्नाटक जनता पक्ष पार्टी के कार्यकर्ताओं की एक बैठक में कहा था कि यह केजीपी की आखिरी बैठक हो सकती है। उन्होंने बताया कि उन्होंने भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह से बात की और यहां तक कि राज्य के नेता भी उनके लौटने की जरूरत के बारे में बातें कर रहे हैं।
येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘मैं आरएसएस परिवार में पला बढ़ा हूं। मैं सिर्फ पार्टी के आशीर्वाद और समर्थन से मुख्यमंत्री हो सकता हूं।’’ उनकी वापसी बिनाशर्त है। उन्होंने कहा कि राज्य में 8 मई के विधानसभा चुनाव के भाजपा और केजेपी के अलग अलग लड़ने से कांग्रेस को फायदा हुआ था।
येदियुरप्पा ने कहा कि उन्होंने अपरिहार्य परिस्थतियों के चलते भाजपा छोड़ी थी। पार्टी को पिछले चुनाव में कर्नाटक में 28 में 19 लोकसभा सीटें मिली थी और 2014 के संसदीय चुनाव में उनकी कोशिश और अधिक संख्या में सीट लाने की होगी। उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव के बाद केजेपी ने भाजपा के साथ गठजोड़ की योजना बनाई लेकिन उन्हें पार्टी में वापस लेने की भाजपा आलाकमान की मंजूरी के बाद उन्होंने केजीपी का भाजपा में विलय करने का फैसला किया।
येदियुरप्पा बहुसंख्यक लिंगायत समुदाय के एक कद्दावर नेता हैं। उन्होंने पिछले साल दिसंबर में केजेपी का गठन किया था। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 30, 2013, 17:43