Last Updated: Friday, May 23, 2014, 15:51

चेन्नई: श्रीहरिकोटा के प्रक्षेपण मंच पर एक व्यावसायिक रॉकेट प्रक्षेपण के लिए तैयारी शुरू हो गई है। यह रॉकेट पांच उपग्रहों को धरती की कक्षा में प्रक्षेपित करेगा। इन रॉकेटों में दो कनाडा के तथा एक-एक फ्रांस, जर्मनी और सिंगापुर के हैं। गुरुवार को एक अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो ) के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) के निदेशक एम.वाई.एस. प्रसाद ने कहा कि अगले प्रक्षेपण का काम शुरू हो गया। रॉकेट जून के अंतिम सप्ताह में प्रक्षेपित किया जाएगा। रॉकेट फ्रांस के एक उपग्रह स्पॉट-7 को धरती की कक्षा में स्थापित करेगा, जिसका वजन करीब 720 किलोग्राम है।
यह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के सत्ता में आने के बाद पहला रॉकेट प्रक्षेपण होगा। राजग सरकार 26 मई को शपथ ग्रहण करने जा रही है। यह प्रक्षेपण केंद्र चेन्नई से करीब 80 किलोमीटर दूर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में स्थित है।
प्रसाद ने कहा कि यह रॉकेट अपने साथ चार और उपग्रहों को भी ले जाएगा, जो अपेक्षाकृत छाटे होंगे। इनमें से कनाडा के दो और जर्मनी तथा सिंगापुर के एक-एक उपग्रह होंगे।
प्रसाद ने कहा कि इस ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) का संपूर्ण वजन 230 टन होगा, जबकि इसके साथ जा प्रक्षेपित होने जा रहे पांच उपग्रहों का कुल वजन करीब 830 किलोग्राम होगा। 12वीं पंचवर्षीय योजना (2012-17) में इसरो ने 60 अंतरिक्ष अभियानों की योजना बना रखी है।
इसरो के अध्यक्ष के.राधाकृष्णन ने पहले कहा था कि यह अंतरिक्ष संस्थान उद्योग-निजी व सार्वजनिक-के साथ साझेदारी के लिए व्यवसायिक मॉडल तैयार करने पर काम कर रही है, ताकि अंतरिक्ष के क्षेत्र में उद्योग की भागीदारी बढ़ाई जा सके। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 23, 2014, 15:51