Last Updated: Sunday, March 30, 2014, 13:45
लंदन : दुनिया भर के वैज्ञानिक जहां मंगल ग्रह पर पानी होने के संकेत मिलने पर उत्साहित हैं वहीं उल्कापिंड को लेकर किए जा रहे एक अध्ययन में खुलासा हुआ है कि मंगल से पानी खत्म कैसे हुआ।
इस अध्ययन में खुलासा किया गया है कि मंगल ग्रह की उत्पत्ति के करीब 50 अरब वर्ष के दौरान भारी मात्रा में पानी अंतरक्षि में वाष्प बनकर गायब हो गया, जबकि बाकी बचा पानी जम गया और पूरा जलाशय बर्फ में तब्दील हो गया। माना जा रहा है कि यह बर्फ अब भी इसके सतह के नीचे दबी हुई है।
जापान के नगोया विश्वविद्यालय से जुड़े इस अध्ययन के प्रमुख लेखक हिरोयुकी कुरोकावा ने कहा कि नए अध्ययन से इस बात को बल मिलता है कि मंगल ग्रह के सतह के नीचे भारी मात्रा में बर्फ छिपा हुआ है। वैज्ञानिकों का मानना है कि मंगल ग्रह पर मौजूद अधिकांश पानी गायब हो गया, क्योंकि पानी को अपने साथ रखने के लिए इस ग्रह का गुरुत्वाकर्षण पर्याप्त नहीं था। समय के साथ मंगल पर से पानी वाष्प बनकर अंतरिक्ष में उड़ गया।
कुरोकावा ने अपने अध्ययन में कहा कि आज भी मंगल ग्रह पर काफी सारा पानी मौजूद है। यह अध्ययन जर्नल अर्थ एंड प्लेनेटरी साइंस लेटर्स में प्रकाशित किया जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 30, 2014, 13:45