Last Updated: Monday, November 11, 2013, 10:30

चेन्नई: गत चैम्पियन विश्वनाथन आनंद ने यहां नार्वे के मैग्नस कार्लसन के खिलाफ विश्व शतरंज चैम्पियनशिप की दूसरी बाजी सफेद मोहरों से नीरस ड्रा खेलने के बाद माफी मांगी।
आनंद ने कहा, ‘आज माफी मांगने की बारी मेरी है।’ इस भारतीय खिलाड़ी ने यहां बाजी के बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘12वीं चाल के बाद हम काफी कड़ी स्थिति में थे। मैंने अतीत में इसका अध्ययन किया है, यह काफी जटिल है और मैंने इसकी उम्मीद नहीं की थी।’ दूसरी बाजी का शुरूआती मूव आज कार्लसन की बड़ी सफलता रहा और आनंद के कल काले मोहरों से आसान ड्रा खेलने के बाद नार्वे के खिलाड़ी ने जोरदार वापसी की।
दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी कार्लसन ने कहा, ‘मैं शुरूआती मूव के बारे में अधिक बात नहीं करूंगा। मुझे लगता है कि अहम मौका 18वीं चाल में था जब विशी प्रयास कर सकता था लेकिन काले मोहरे अच्छा काम कर रहे थे।’ आनंद ने कहा कि कार्लसन ने जब कारो कान डिफेंस के रूप में हैरानी भरी शुरूआत की तो चीजें उनके लिए जोखिम भरी हो सकती थी।
पांच बार के विश्व चैम्पियन आनंद ने कहा, ‘मुझे फैसला करना था कि आंखे बंद करके जोखिम उठाऊं या नहीं क्योंकि यह स्पष्ट था कि उसे इसकी अधिक जानकारी है। मैंने ठोस खेल दिखाने का फैसला किया।’ आनंद ने हालांकि कहा कि यह मुकाबला बेहतर ही होगा क्योंकि दो बाजियों में अब तक सिर्फ 41 चाल देखने को मिली हैं।
कार्लसन ने कहा कि उनकी शुरूआत कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के दौरान उनकी जीत के जैसी ही है जिसने उन्हें आनंद से भिड़ने का अधिकार दिया था।
उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि क्या उम्मीद की जाए। मुझे लगता है कि यह कुछ हद तक कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में शुरूआत की तरह ही है जहां पहले दौर में काले मोहरों से मैंने आसान ड्रा खेला और फिर दूसरे गेम में सफेद मोहरों से आसान ड्रा खेलने को मजबूर होना पड़ा। इसके बाद चीजें बदल गईं। जैसा कि विशी ने कहा, हम दोनों लय में आने की कोशिश कर रहे हैं।’ (एजेंसी)
First Published: Monday, November 11, 2013, 10:30