Last Updated: Wednesday, June 4, 2014, 15:23

नई दिल्ली : आईपीएल फाइनल में शतक जमाने के बाद सुखिर्यों में आये रिद्धमान साहा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडीलेड टेस्ट में बनाये 35 रन को इससे बेहतर पारी बताया। किंग्स इलेवन पंजाब के लिये आईपीएल फाइनल में शतक जमाने वाले साहा ने कहा, भले ही परिप्रेक्ष्य पूरी तरह अलग हो लेकिन मैं एडीलेड टेस्ट की 35 रन की पारी और छठे विकेट के लिये विराट कोहली के साथ शतकीय साझेदारी को अपने दिल के अधिक करीब कहूंगा।
उन्होंने कहा, मुझे आईपीएल फाइनल में अपने शतक पर गर्व है लेकिन वह टेस्ट मैच था। विराट शानदार बल्लेबाजी कर रहा था और मैने उसके पहले टेस्ट शतक में उसका साथ दिया। उन्होंने कहा, रियान हैरिस, बेन हिलफेनहास और पीटर सिडल उस समय गेंदबाजी कर रहे थे। मैने 94 गेंदें खेली और वह मेरा दूसरा टेस्ट था। आउट होने तक मैं रफ्तार और स्विंग को आराम से खेल रहा था जिससे मुझे आत्मविश्वास मिला कि मैं इस स्तर पर खेल सकता हूं। आईपीएल का यह शतक अच्छा था लेकिन स्वीकार करना होगा कि केकेआर ने हमसे बेहतर प्रदर्शन किया। हम उन्हें रनरेट बरकरार रखने से रोक नहीं सके। साहा ने यह भी बताया कि उन्होंने सुनील नारायण का सामना कैसे किया जिसके खिलाफ उन्होंने आठ में से चार छक्के लगाये थे।
साहा ने कहा, मैं पहली बार नारायण को खेल रहा था लिहाजा मैने तय किया कि मैं बैकफुट पर टिककर अतिरिक्त सेकंड का इंतजार करूंगा ताकि गेंद को भांप सकूं। इससे मुझे स्लॉग ओवरों में अच्छे प्रदर्शन में मदद मिली। यह पूछने पर कि क्या वह आईपीएल के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज विकेटकीपर हैं, उन्होंने कहा, बिल्कुल नहीं। मैं विशेषज्ञ विकेटकीपर हूं जिसका काम बल्ले से भी अच्छा प्रदर्शन करना है। विकेटकीपिंग मेरी सर्वोपरि प्राथमिकता थी, है और रहेगी। उन्होंने कहा, मिसाल के तौर पर बांग्लादेश के आगामी दौरे पर मैं छठे या सातवें नंबर से उपर बल्लेबाजी नहीं करूंगा। मैं अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा या सुरेश रैना से पहले नहीं उतरूंगा। मैं खुद को विकेटकीपर बल्लेबाज मानता हूं।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 4, 2014, 15:23