Last Updated: Wednesday, March 26, 2014, 14:00

चेन्नई : बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन का आज यहां मोतियाबिंद का आपरेशन हुआ लेकिन उच्चतम न्यायालय की इस सलाह पर उन्होंने चुप्पी साध रखी है कि आईपीएल फिक्सिंग मामले की निष्पक्ष जांच के लिये उन्हें पद छोड़ देना चाहिये ।
श्रीनिवासन के वकील पी एस रमन ने उनसे उनके निवास पर मुलाकात की लेकिन इस मसले पर बात करने से इनकार कर दिया । उन्होंने पत्रकारों से कहा ,‘ श्रीनिवासन का सुबह मोतियाबिंद का आपरेशन हुआ है । मैं इसी वजह से उनसे मिलने आया था । यह शिष्टाचार भेट थी ।’ यह पूछने पर कि क्या उच्चतम न्यायालय की सलाह के बाद श्रीनिवासन पद से हटने की सोच रहे हैं, उन्होंने टिप्पणी से इनकार कर दिया ।
समझा जाता है कि आईपीएल के इंतजामों का जायजा लेने संयुक्त अरब अमीरात गए बीसीसीआई सचिव संजय पटेल भी बीच में लौट आये हैं और श्रीनिवासन से मिलेंगे । श्रीनिवासन की खामोशी से इन अटकलों को बल मिला है कि वह तुरंत इस्तीफा नहीं देंगे बल्कि अंतिम फैसला लेने से पहले कल सुनवाई शुरू होने का इंतजार करेंगे ।
न्यायालय ने कल श्रीनिवासन को इस्तीफा देने के लिये 48 घंटे का समय दिया था । उसने कहा था कि यदि श्रीनिवासन इस्तीफा नहीं देते तो वह उनकी बख्रास्तगी का फैसला सुना देगा ।
स्पाट फिक्सिंग मामले की जांच करने वाली समिति द्वारा सीलबंद लिफाफे में दी गई रिपोर्ट को पढने के बाद न्यायमूर्ति ए के पटनायक की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने कहा कि रिपोर्ट में काफी गंभीर आरोप लगाये गए हैं और बीसीसीआई अध्यक्ष जब तक पद नहीं छोड़ते, निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती । बोर्ड के तीन उपाध्यक्षों शिवलाल यादव, रवि सावंत और चित्रक मित्रा ने उन्हें उच्चतम न्यायालय की सलाह मानने को कहा है ।
श्रीनिवासन ने आईपीएल फिक्सिंग मामले में अपने दामाद गुरूनाथ मयप्पन का नाम उजागर होने के बाद जून 2013 में इस्तीफा दे दिया था । उसके बाद बोर्ड के पूर्व प्रमुख जगमोहन डालमिया को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया लेकिन सितंबर 2013 में बोर्ड की एजीएम में श्रीनिवासन फिर अध्यक्ष बन गए । (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 26, 2014, 12:18