Last Updated: Tuesday, May 6, 2014, 14:47
ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली : इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी को मंगलवार को राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) का नया अध्यक्ष निर्वाचित घोषित किए जाने के बाद भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) को बड़ा झटका लगा। सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त आब्जर्वर की ओर से इस आशय की घोषणा किए जाने के बाद बीसीसीआई ने भी सख्त कदम उठाते हुए आज राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को निलंबित कर दिया।
बीसीसीआई सचिव संजय पटेल ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि बीसीसीआई ने सर्वोच्च न्यायालय के उस आदेश का पालन करते हुए आसीए की सदस्यता भंग की है, जिसमें न्यायालय ने कहा था कि गर चुनाव परिणामों से किसी को आपत्ति होगी तो वह उसे उचित प्लेटफार्म पर चुनौती दे सकता है।
बीसीसीआई ने अपने बयान में कहा कि सर्वोच्च न्यायालय की ओर से बीते 30 अप्रैल को पारित आदेश के अनुसार न्यायालय ने निर्देश दिया था कि अगर बीसीसीआई को यह लगता है कि कोई व्यक्ति उसके नियमों और कानून के खिलाफ काम करता है तो वह उस व्यक्ति या संस्था के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है। इसी को देखते हुए बीसीसीआई के कार्यकारी प्रमुख शिवलाल यादव ने अधिनियम 32 (सात) के तहत राजस्थान क्रिकेट संघ को मंगलवार को प्राथमिक सदस्यता से अलग कर दिया। आरसीए के खिलाफ जारी जांच पूरी होने तक उसकी सदस्यता भंग की गई है।
राजस्थान में क्रिकेट से जुड़ी प्रतिभाओं के हित को ध्यान में रखते हुए बीसीसीआई वहां क्रिकेट के संचालन के लिए एक कार्यकारी समिति का गठन करेगी। यह समिति अलग-अलग आयु वर्ग के खिलाड़ियों के खेल तथा प्रशिक्षण का संचालन करेगी। बीसीसीआई का यह फैसला इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को ऊंचाइयों तक ले जाने वाले पूर्व कमिश्नर ललित मोदी को मंगलवार को आरसीए का नया अध्यक्ष घोषित किए जाने के बाद आया है। मोदी इस पद पर निर्वाचित हुए हैं।
सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार, बीसीसीआई ने क्लॉज 32 के तहत आरसीए को निलंबित किया है। इसके साथ ही, बीसीसीआई ने आरसीए को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। गौर हो कि ललित मोदी आज ही आरसीए के अध्यक्ष चुने गए हैं।
गौर हो कि ललित मोदी को आज आरसीए का नया अध्यक्ष घोषित कर दिया गया। मोदी इस पद पर निर्वाचित हुए हैं। मोदी को बीते साल सितम्बर में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने `भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता के गम्भीर आरोपों` को लेकर निष्कासित कर दिया था।
न्यायालय की ओर से नियुक्त आब्जर्वर ने जयपुर में आज मोदी को आरसीए अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की। आरसीए के चुनाव इस साल जनवरी में हुआ था लेकिन अदालती कार्रवाई के कारण इसके परिणाम को घोषित नहीं किया गया था। परिणाम सील अवस्था में न्यायालय के पास सुरक्षित था। उल्लेखनीय है कि बीते महीने सर्वोच्च न्यायालय ने आरसीए के चुनावों का परिणाम छह मई तक घोषित करने का निर्देश जारी किया था।
न्यायाधीश अनिल आर. दवे की अध्यक्षता वाली पीठ ने यह निर्देश जारी किया था कि चुनाव परिणाम का सील किया हुआ लिफाफा इन चुनावों के आब्जर्वर रहे न्यायाधीश (सेवानिवृत) एमएम कासिवाल के पास भेंजे, जिससे कि वे परिणाम घोषित कर सकें। सर्वोच्च न्यायालय ने यह भी कहा कि अगर चुनाव परिणामों से किसी को आपत्ति होगी तो वह उसे उचित प्लेटफार्म पर चुनौती दे सकता है।
First Published: Tuesday, May 6, 2014, 12:16