Last Updated: Friday, February 21, 2014, 21:12
नई दिल्ली : आलोचनाओं के शिकार कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और कोच डंकन फ्लेचर को बीसीसीआई बैठक के लिए तलब कर सकता है जिससे कि पिछले तीन साल में विदेशों में भारतीय क्रिकेट टीम के लचर प्रदर्शन की समीक्षा की जा सके।
बीसीसीआई के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि न्यूजीलैंड में टेस्ट और वनडे दोनों श्रृंखला गंवाने के बाद आला अधिकारी टीम के प्रदर्शन की समीक्षा करना चाहते हैं।
पता चला है कि बीसीसीआई के आला अधिकारी चाहते हैं कि विदेशी सरजमीं पर टीम के प्रदर्शन की समीक्षा हो और संभवत: उनके साथ चर्चा की जाए कि आखिर कैसे विदेशों में रिकार्ड सुधार जाए।
इस मुद्दे पर पर 28 फरवरी को भुवनेश्वर में होने वाली बोर्ड की कार्य समिति की बैठक में भी चर्चा हो सकती है। विदेशी सरजमीं पर भारत की लगातार चौथी हार के बाद धोनी और फ्लेचर की आलोचना बढ़ गई है। मीडिया और पूर्व खिलाड़ियों ने इन दोनों की काफी आलोचना की है। पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने तो धोनी की कप्तानी को ‘निंदनीय’ तक करार दे दिया।
राहुल द्रविड़ और सैयद किरमानी जैसे पूर्व खिलाड़ियों का हालांकि मानना है कि धोनी को कुछ और समय तक कप्तान बनाए रखा जा सकता है। धोनी और फ्लेचर की जोड़ी की शुरुआत 2011 में भारत के इंग्लैंड दौरे से हुई थी जिसमें टीम को टेस्ट श्रृंखला में 0-4 से वाइटवाश का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2011-12 में आस्ट्रेलिया में भी टीम 0-4 से हारी।
टीम ने इसके बाद दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड में भी 0-1 के समान अंतर से टेस्ट श्रृंखला गंवाई जिसके बाद कप्तान और कोच की क्रिकेट जगत में आलोचना होने लगी। लेकिन पता चला है कि फिलहाल बोर्ड कप्तान और कोच दोनों पर भरोसा बनाए रखना चाहता है।
फ्लेचर का अनुबंध इस साल मार्च में समाप्त हो रहा है और उनके मार्गदर्शन में टीम ने विदेशों में 15 में से 10 मैच गंवाए हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 21, 2014, 21:12