Last Updated: Sunday, November 17, 2013, 20:54
मुंबई : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने आखिरी दिन पिच को नमन करने वाले दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने रविवार को यहां कहा कि 22 गज की यह दूरी उनके लिये हमेशा मंदिर जैसी रही।
तेंदुलकर शनिवार को भारत की वेस्टइंडीज पर जीत के बाद पिच को नमन करने के लिये गये। अपना 200वां टेस्ट मैच खेलकर संन्यास लेने के एक दिन बाद आज यहां अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में इस स्टार क्रिकेटर ने कहा आज वह जो कुछ भी हैं इसी पिच की बदौलत हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पता है कि मैं कभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल पाउंगा। मुझे इस 22 गज ने जिंदगी में सब कुछ दिया है। आज मैं जो कुछ हूं उसी की वजह हूं। मेरे लिये वह मंदिर जैसा है। मैं क्रिकेट को धन्यवाद देना चाहता हूं।’’
तेंदुलकर से जब पूछा गया कि कल जब भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा था तो क्या उन पर भी जज्बात हावी थे, उन्होंने कहा, ‘‘संन्यास का मेरा फैसला सही था। मेरे परिवार में सभी भावुक हो रहे थे। मैं भावुक तब हुआ जब साथी खिलाड़ियों ने मुझे विदाई दी। भावुक तब हुआ जब मैं विकेट के पास गया। असल में मैं तब विकेट से बात कर रहा था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब वह पल देखता हूं तो थोड़ा भावुक हो जाता हूं लेकिन मुझ पर भावनाएं ज्यादा हावी नहीं थी क्योंकि मैंने सही फैसला किया। जब मैं यह सोच रहा था कि अब मैं कभी भारत का प्रतिनिधित्व नहीं कर पाऊंगा तब मैं कुछ भावुक हो रहा था।’’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, November 17, 2013, 20:54