Last Updated: Tuesday, October 8, 2013, 09:07

नई दिल्ली : क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप को दो दिग्गजों सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के अलविदा कहने के बाद क्रिकेट जगत ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर के जरिये इन दो महान खिलाड़ियों के प्रति अपने प्यार और सम्मान का इजहार किया। अपने मित्र और एक समय मैदान पर प्रतिद्वंद्वी रहे तेंदुलकर को विदाई देते हुए वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा ने ट्वीट किया, सचिन का टी20 क्रिकेट में अंतिम स्कोरिंग शाट इस लिटिल मास्टर के सर्वश्रेष्ठ शाट में से एक था जो मैंने देखे। फिरोजशाह कोटला में कल रात तेंदुलकर का अंतिम टी20 मैच और द्रविड़ का अंतिम प्रतिस्पर्धी क्रिकेट मैच चर्चा का केंद्र रहा। द्रविड़ ने चैम्पियन्स लीग टी20 के इस फाइनल में अपनी टीम राजस्थान रायल्स की अगुआई की जबकि तेंदुलकर ने मुंबई इंडियन्स का प्रतिनिधित्व किया।
बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि इन दोनों अनुभवी खिलाड़ियों की हमेशा कमी खलेगी। शुक्ला ने ट्विटर पर लिखा, आज का मैच दोनों महान खिलाड़ियों सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ का अंतिम टी20 मैच था। इन दोनों को सलाम। भारत हमेशा आपको याद रखेगा।
तेंदुलकर जल्द ही 200 टेस्ट खेलकर एक अन्य उपलब्धि अपने नाम कर लेंगे। इस 40 वर्षीय ने कहा, मेरा सपना दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम का हिस्सा होना था और फिर विश्व कप, आईपीएल और चैम्पियंस लीग ट्वेंटी20 जीतना था। अब सारे सपने पूरे हो गये हैं। तेंदुलकर ने नाम लगभग सभी क्रिकेट रिकार्ड हैं जिसमें टेस्ट और वनडे में सर्वाधिक रन बनाने और सबसे ज्यादा शतक बनाने की उपलब्धि उनके ही नाम है। चैम्पियंस लीग ट्वेंटी20 के दौरान वह सभी प्रारूपों में 50,000 रन पूरे करने वाले पहले भारतीय बन गये।
इस उपलब्धि के बारे में पूछने पर लिटिल मास्टर ने कहा कि उन्होंने कभी भी इसके बारे में नहीं सोचा था और यह उनके लिये हैरानी भरी थी। उन्होंने कहा, मैं इसके बारे में नहीं जानता था। मुझे तभी पता चला जब स्क्रीन पर लिखा आया कि मैं 50,000 रन पूरा करने से दो रन दूर हूं। यह मेरे लिये हैरान करने वाला था। यह अद्भुत अहसास है। मैंने इस दौरान विभिन्न चुनौतियां का लुत्फ लिया। इस दौरान उतार-चढ़ाव रहे और यह शानदार सफर रहा जिसमें मुझे कोई शिकायत नहीं है। उन्होंने कहा, खेल का आनंद लो और अपने सपने का पीछा करो क्योंकि सपने सच होते हैं।
पूर्व आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जस्टिन लैंगर ने नेट पर उनके कड़े अ5यास की तारीफ की थी, इस बारे में तेंदुलकर ने कहा, जब तक मैं मैच में बल्लेबाजी का लुत्फ लेता हूं, इसके लिये कड़ा अभ्यास करना जरूरी है। ऐसे भी दिन रहे हैं जब मैं महसूस करता हूं कि मैं इसके लिये तैयार नहीं हूं तो ऐसे दिनों में मैं नेट से दूर रहता हूं। मैं खुद पर दबाव नहीं डालता। ’’ उन्होंने कहा, मैं काफी वषरें तक खेल चुका हूं और अब मैं 40 साल का हूं। मैं नहीं जानता कि अब मेरे हाथ में कितना समय बचा है इसलिये अब क्रिकेट का जो भी समय बचा है, मैं इसके हर लम्हे का आनंद लेना चाहता हूं। तेंदुलकर ने इच्छा जतायी कि भारतीय टीम में लंबे समय तक उनके साथी और महान खिलाड़ी राहुल द्रविड़ को आगे सफलता प्राप्त हो जिन्होंने चैम्पियंस लीग ट्वेंटी20 के फाइनल के बाद क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया।
उन्होंने कहा, मैं राहुल के बारे में यह चीज कह सकता हूं कि वह सचमुच चैम्पियन है। वह शानदार और विश्व स्तरीय खिलाड़ी है। वह सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक है मैं जिनके साथ और जिनके खिलाफ खेला हूं। मैं उनसे पहली बार विल्स ट्राफी के दौरान मिला था, जिसमें मैंने कप्तानी की थी। तब से मेरे लिये ही बल्कि पूरी दुनिया के लिये राहुल को लगातार मैदान पर शानदार प्रदर्शन करते देखना सम्मान की बात है। तेंदुलकर ने कहा, मैं राहुल को शानदार करियर के लिये बधाई देना चाहता हूं। उनके परिवार को अच्छे की शुभकामना देता हूं। मुझे पूरा भरोसा है कि उनकी जिंदगी में काफी शानदार चीजें होंगी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 8, 2013, 08:58