Last Updated: Wednesday, April 23, 2014, 21:46
बेंगलूर : बेंगलुरू फुटबॉल क्लब को अपने पदार्पण सत्र में ही आई लीग का खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले कप्तान सुनील छेत्री ने कहा कि लोगों की इस आलोचना ने उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने के लिये प्रेरित किया कि वह क्लबों के लिये अच्छा खेल नहीं दिखाते।
छेत्री ने आज यहां पत्रकारों से कहा, जब भी लोग यह कहते हैं कि मैं देश के लिये अच्छा खेलता हूं लेकिन क्लब के लिये नहीं, तब मेरी अच्छा प्रदर्शन करने की भूख बढ़ जाती। उन्होंने कहा, यह मायने नहीं रखता कि लोग क्या कहते हैं। मैं केवल मैदान पर अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता हूं। मैं गोल करूं या नहीं करूं इसमें कोई बदलाव नहीं होगा।
मुख्य कोच एश्ले वेस्टवुड ने कहा कि उन्होंने इंग्लैंड की तुलना में यहां अभ्यास सत्र में किसी तरह का बदलाव नहीं किया। उन्होंने कहा, हमने किसी तरह से अलग करने की कोशिश नहीं की। हम बिना किसी व्यवस्था के यहां आये थे और खिलाड़ियों ने इसे तेजी से अपनाया। हमारी सफलता का यह बहुत बड़ा कारण है। वेस्टवुड ने कहा, निश्चित तौर पर कोई लीग जीतना आसान नहीं होता। इसलिए इस राह में काफी मुश्किलें भी आयीं। एक सवाल के जवाब में वेस्टवुड ने कहा कि उनका सबसे कड़ा प्रतिद्वंद्वी ईस्ट बंगाल था।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 23, 2014, 21:46