Last Updated: Friday, March 28, 2014, 20:09

नई दिल्ली : वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने शुक्रवार को कहा कि आईपीएल सट्टेबाजी और फिक्सिंग प्रकरण को दबाने के लिए अगर जांच का आदेश दिया गया तो भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को जवाब देना होगा क्योंकि उन्होंने जांच पैनल को झूठ बोला कि गुरूनाथ मयप्पन किसी आधिकारिक क्षमता से चेन्नई सुपकिंग्स के साथ नहीं जुड़ा था।
उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त मुकुल मुदगल के नेतृत्व वाले जांच पैनल के समक्ष पेश होते हुए धोनी ने बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन की इस टिप्पणी को दोहराया था कि मयप्पन सिर्फ एक क्रिकेट प्रेमी था।
बिहार क्रिकेट संघ के सचिव याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा की ओर से उच्चतम न्यायालय में पेश साल्वे ने कहा कि यह एक झूठ था जिसका लक्ष्य प्रकरण को दबाना था। साल्वे ने कहा, ‘उसने (धोनी ने) रिकार्ड में यह कहा है। श्रीनिवासन के सुर में सुर मिलाते हुए उसने कहा था कि मयप्पन सिर्फ क्रिकेट प्रेमी था। मुझे इसकी कोई निजी जानकारी नहीं है, ऐसा रिपोर्ट में कहा गया है। रिपोर्ट के अनुसार मयप्पन खिलाड़ियों के डगआउट में बैठा करता था और वह टीम (चेन्नई सुपरकिंग्स) की ओर से खिलाड़ियों की नीलामी में भी मौजूद था। और धोनी को यह पता था। कप्तान को यह कहने की क्या जरूरत थी। भ्रष्टाचार की परिभाषा में किसी चीज को छिपाना भी शामिल है।’
उन्होंने कहा, ‘यह आईपीएल की परिभाषा में लिखा है कि किसी चीज को छिपाना भ्रष्टाचार है। उनका (धोनी का) बयान कोई राज नहीं है। उसने सिर्फ फैसला करने में गलती की। क्रिकेटर के रूप में मैं उसका सम्मान करता हूं।’ (एजेंसी)
First Published: Friday, March 28, 2014, 20:09