Last Updated: Thursday, March 27, 2014, 13:17
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली: आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में नया मोड़ आ गया है। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का नाम लिया गया। याचिकाकर्ता के वकील वकील हरीश साल्वे सुनवाई के दौरान कहा कि धोनी ने बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन के दामाद गुरूनाथ मयप्पन के बारे में गलत जानकारी दी और झूठ बोला।
साल्वे ने कहा कि धोनी आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले की जांच करने वाली जस्टिस मुद्गल समिति के समक्ष गलत बयान की। साल्वे ने चेन्नई सुपर किंग्स के आईपीएल में हिस्सा लेने पर रोक लगाने की भी मांग की। गौर हो कि गुरूनाथ मयप्पन चेन्नई सुपर किंग्स के प्रिंसिपल हैं। साल्वे ने चेन्नई सुपरकिंग्स टीम को बर्खास्त करने की मांग भी सुप्रीम कोर्ट के सामने रखी है। साल्वे ने कहा कि धोनी इंडिया सीमेंट्स के कर्मचारी हैं। इसी वजह से यहां हितों का टकराव होता है। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान यह आदेश दिया कि आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रायल्स की टीम नहीं खेले।
बीसीसीआई के प्रस्तान पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हमें क्रिकेट के बेहतर भविषय के लिए फैसला लेना होगा। बोर्ड ने कोर्ट से अनुरोध किया है कि अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में श्रीनिवासन की भूमिका में कटौती नहीं की जाए।
कोर्ट ने मंगलवार को कहा था कि आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले की निष्पक्ष जांच के लिए श्रीनिवासन को खुद ही पद से हट जाना चाहिए। श्रीनिवासन ने पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि मैंने कुछ गलत नहीं किया है इसलिए कोई मुझे बीसीसीआई से जबरदस्ती नहीं निकाल सकता।
(एजेंसी इनपुट के साथ )
First Published: Thursday, March 27, 2014, 13:14