Last Updated: Saturday, March 1, 2014, 21:08

नई दिल्ली : सीनियर ऑफ स्पिनर और पंजाब के कप्तान हरभजन सिंह ने घरेलू सत्र में स्तरीय स्पिनरों की कमी पर आज निराशा जताई। हरभजन ने दिल्ली के खिलाफ विजय हजारे ट्रॉफी मैच के बाद फिरोजशाह कोटला पर संवाददाताओं से कहा, मैंने मौजूदा सत्र में काफी घरेलू मैच खेले लेकिन ईमानदारी से कहूं तो मैंने किसी उभरते हुए प्रतिभावान खिलाड़ी को नहीं देखा। काई ऐसे युवा गेंदबाज नहीं हैं जो गेंद को लूप देने को तैयार हो और जो किसी भी स्तह पर गेंद को स्पिन करा सकते हों।
स्पिनरों के विविधता के इस्तेमाल से हरभजन को कोई समस्या नहीं है लेकिन वह चाहते हैं कि प्रत्येक गेंदबाज के पास ‘स्टॉक डिलीवरी’ हो। हरभजन ने कहा, आप गेंद को क्रॉस सीम पकड़ों या फिर सीम अप, आपको ऑफ स्पिन ही फेंकनी होती है। यह आपका काम है। प्रत्येक गेंदबाज के बाद स्टॉक डिलीवरी होनी चाहिए। शुरुआती दिनों में कपिल देव या अब डेल स्टेन की स्टॉक गेंद आउट स्विंगर है। इसी तरह ऑफ स्पिनर के लिए यह उसकी आफ ब्रेक होती है। भारत की ओर से 101 टेस्ट खेल चुके हरभजन रविचंद्रन अश्विन की खराब फॉर्म या उसके अचानक गेंदबाजी एक्शन को संदर्भ में किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहते।
हरभजन ने कहा, मैं भारत के मौजूदा खिलाड़ी के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। साथ ही मैंने हाल के मैच नहीं देखे हैं जिससे कि बता सकूं कि वह कैसी गेंदबाजी कर रहा है। लेकिन मैं हमेशा अश्विन की सफलता की कामना करता हूं क्योंकि वह प्रतिभावान खिलाड़ी है। निश्चित तौर पर वह फॉर्म में लौटेगा। शेष भारत टीम का हिस्सा रहे परवेज रसूल के बारे में पूछने पर हरभजन ने कहा कि उन्हें अगले स्तर पर जाने के लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत है।
हरभजन ने कहा, रसूल प्रतिभावान खिलाड़ी है। वह अपने ही अपने राज्य की टीम की कप्तानी कर रहा है। वह अच्छा बल्लेबाज भी है। जहां तक उसकी गेंदबाजी कर सवाल है तो अगले स्तर पर जाने के लिए उसे कड़ी मेहनत की जरूरत है। युवराज ने पंजाब की टीम की बल्लेबाजी में सुधार के लिए युवराज सिंह की मौजूदगी को कारण बताया।
उन्होंने कहा, युवराज की मौजूदगी से हमेशा मदद मिलती है। आज उसने मैच का रूख बदल दिया। आसमान में बादल छाए होने के कारण हालात बल्लेबाजी के लिए मुश्किल थे। पूरे दिन गेंद स्विंग करती रही। लेकिन दूसरे हाफ में थोड़ा आसान हो गया। गेंद साथ ही बल्ले पर धीरे आ रही थी। (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 1, 2014, 20:48