Last Updated: Friday, October 18, 2013, 23:08

बेंगलुरु : पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ और अनिल कुंबले ने विश्व क्रिकेट में नए मानदंड स्थापित करने और लाखों भारतीयों को इस खेल से जुड़ने के लिये प्रेरित करने के लिये सचिन तेंदुलकर की जमकर तारीफ की।
द्रविड़ ने तेंदुलकर को रोल माडल करार दिया जो अगले महीने वेस्टइंडीज के खिलाफ 200वां टेस्ट मैच खेलकर संन्यास लेंगे। द्रविड़ ने पत्रकारों से कहा कि वह मानक थे जिसके आधार पर भारतीय टीम के हम सभी बल्लेबाज खुद का आकलन करते थे। मेरी इच्छा थी कि सचिन हमेशा खेलते रहें लेकिन ऐसा नहीं होता। यह जिंदगी है। यह उनकी महान उपलब्धि का जश्न मनाने का समय है।
उन्होंने कहा कि यह सहज होने और संन्यास का मजा लेने का समय है। मुझे उम्मीद है कि उनका परिवार भी इस अवसर का लुत्फ उठाएगा क्योंकि ये दोनों विशिष्ट टेस्ट मैच बनने वाले हैं। उम्मीद है कि वह अच्छी जिंदगी बिताएगा। कुंबले ने कहा कि सचिन का पिछले 24 वर्षों में प्रत्येक क्रिकेटर पर प्रभाव रहा। उन्होंने इन खिलाड़ियों को खेल को अपनाने के लिये प्रेरित किया और दुनिया भर के लाखों लोगों के लिये प्रेरणास्रोत रहे।
कुंबले ने कहा कि अगले महीने मुंबई में जब उनका पूर्व साथी अपना आखिरी टेस्ट मैच खेलने के लिये उतरेगा तो दर्शकों की गैलरी में रहेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मैं उनके करियर के दौरान उनसे जुड़ा रहा। हम सभी को उनकी आखिरी चार पारियों के लिये तैयार रहना चाहिए। जब वह आखिरी बार क्रिकेट मैदान से लौटेंगे तो वह दुखद दिन होगा। मैं निश्चित तौर पर वहां रहूंगा। यह पूछने पर कि क्या तेंदुलकर अपने अंतिम दो टेस्ट में 400 रन का सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत टेस्ट स्कोर का वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा का रिकार्ड तोड़ पाएंगे, द्रविड़ ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि उनका ध्यान इस पर लगा है। मुझे लगता है कि उसने काफी रिकार्ड बनाए हैं। उसके नाम पर काफी रिकार्ड दर्ज हैं।
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने कहा कि उन्हें काफी अच्छा लगा कि तेंदुलकर ने उनके संन्यास लेने के 10 साल बाद भी उन्हें फोन किया और उनके क्रिकेट करियर का हिस्सा बनने पर धन्यवाद दिया। (एजेंसी)
First Published: Friday, October 18, 2013, 23:08