डरबन टेस्ट : भारत के 334 के जवाब में मेजबानों के सधी शुरूआत

डरबन टेस्ट : भारत के 334 के जवाब में मेजबानों के सधी शुरूआत

डरबन टेस्ट : भारत के 334 के जवाब में मेजबानों के सधी शुरूआतडरबन : किंग्समीड मैदान पर जारी दूसरे टेस्ट मैच में भारत की पहली पारी के स्कोर 334 रनों के जबाव में मेजबान दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे दिन शुक्रवार का खेल खत्म होने तक अपनी पहली पारी में बिना कोई विकेट गंवाए 82 रन बना लिए हैं। मेजबान टीम अभी भी हालांकि 252 रन पीछे है। दिन का खेल खत्म होने तक एल्वारो पीटरसन 46 और कप्तान ग्रीम स्मिथ 35 रनों पर खेल रहे थे। पीटरसन ने 61 गेंदों की पारी में सात चौके लगाए हैं जबकि स्मिथ ने 59 गेंदों पर पांच चौके जड़े हैं।

दक्षिण अफ्रीका ने जहां दूसरे दिन भारत के नौ विकेट झटके वहीं भारतीय गेंदबाज अंतिम सत्र के 20 ओवरों में एक बार भी मेजबान बल्लेबाजों को मुश्किल में नहीं डाल सके।

इससे पहले, अनुभवी तेज गेंदबाज डेल स्टेन (100/6) की शानदार गेंदबाजी के दम पर दक्षिण अफ्रीका ने भारत की पहली पारी 334 रनों पर समेट दी।

भारत की ओर से मुरली विजय ने सबसे अधिक 97 रन बनाए जबकि चेतेश्वर पुजारा ने 70 रनों का योगदान दिया। अजिंक्य रहाणे ने मुश्किल घड़ी में नाबाद 51 रनों की बेहतरीन पारी खेली। विराट कोहली ने 46 और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने 24 रन बनाए।

रवींद्र जडेजा, रोहित शर्मा और जहीर खान खाता नहीं खोल सके। दक्षिण अफ्रीका की ओर से स्टेन के अलावा मोर्ने मोर्कल ने तीन और ज्यां पॉल ड्यूमिनी ने एक सफलता हासिल की। स्टेन ने 22वीं बार पारी में पांच या उससे अधिक विकेट लिए हैं।

भारत ने पहले दिन स्टम्प्स तक एक विकेट पर 181 रन बनाए थे। दूसरे दिन के पहले सत्र में बारिश के कारण एक भी ओवर नहीं फेंका जा सका लेकिन दूसरे सत्र में जब खेल शुरू हुआ तो स्टेन और मोर्कल ने हालात का फायदा उठाते हुए चार विकेट झटक लिए।

चायकाल तक भारतीय टीम ने पांच विकेट पर 271 रन बना लिए थे। रहाणे 23 और धौनी खाता खोले बगैर नाबाद हैं। भारत ने इस सत्र में पुजारा, मुरली, रोहित और कोहली के विकेट गंवाए। तीन विकेट स्टेन को मिले जबकि एक विकेट मोर्कल ने लिया।

चायकाल के बाद रहाणे और कप्तान ने सम्भलकर खेलते हुए स्कोर को 300 के पार पहुंचाया। भारत अच्छी स्थिति में दिख रहा था लेकिन 320 के कुल योग पर धौनी के आउट होने के साथ हालात बदल गए। जडेजा 321, जहीर 322 और इशांत 330 रनों के कुल योग पर पवेलियन लौट गए।

स्टेन ने धौनी, जहीर और इशांत को चलता किया जबकि ड्यूमिनी ने जडेजा को खाता तक नहीं खोलने दिया।

पहले दिन 61 ओवरों का ही खेल सम्भव हो सका था। विजय 91 और पुजारा 58 पर नाबाद लौटे थे। समय की भरपाई के लिए दूसरे दिन का खेल आधे घंटे पहले शुरू होना था लेकिन बारिश के कारण पहले सत्र में एक भी ओवर नहीं फेंका जा सका। भारत ने खेल शुरू होने के तुरंत बाद ही पुजारा का विकेट गंवा दिया।

पुजारा 132 गेंदों का सामना करने के बाद 198 के कुल योग पर पवेलियन लौटे। उनके और विजय के बीच दूसरे विकेट के लिए 157 रनों की साझेदारी हुई। पुजारा का विकेट स्टेन ने लिया।

पुजारा ने 132 गेंदों पर नौ चौके लगाए। कुल योग में अभी एक रन ही जुड़े थे कि स्टेन ने विजय को भी चलता कर दिया। विजय अपना शतक नहीं पूरा कर सके। उन्होंने 226 गेंदों पर 18 चौके लगाए।

अगली ही गेंद पर स्टेन ने रोहित को आउट कर भारत को एक और बड़ा झटका दिया। रोहित एक गेंद का ही सामना कर सके। रोहित के विदा होने के बाद हालांकि कोहली और रहाणे ने कुल योग में 66 रनों का इजाफा दिया लेकिन मोर्कल ने 265 के कुल योग पर कोहली को आउट करके अपनी टीम को राहत पहुंचाई। कोहली ने 87 गेंदों पर पांच चौके लगाए।

इसके बाद रहाणे और कप्तान ने छठे विकेट के लिए 55 रन जोड़े। इन दोनों की साझेदारी के दौरान भारत काफी अच्छी स्थिति में दिख रहा था। कप्तान ने 40 गेंदों पर तीन चौके लगाए। कप्तान का विकेट गिरने के बाद रहाणे ने अपना पहला टेस्ट अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने 121 गेंदों पर आठ चौके लगाए।

First Published: Friday, December 27, 2013, 23:19

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