Last Updated: Saturday, May 17, 2014, 14:27

नई दिल्ली : बैडमिंटन का विश्व कप कहा जाने वाला थामस और उबेर कप भारत में पहली बार रविवार से शुरू होगा लेकिन घरेलू हालात में अच्छे प्रदर्शन का वायदा करने के बावजूद भारतीय खिलाड़ी बड़े दावे नहीं कर रहे हैं।
एशियाई खिलाड़ियों के दबदबे वाले टूर्नामेंट में चीन, इंडोनेशिया और मलेशिया जैसे दिग्गज भाग लेंगे। भारत अभी तक इसमें लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहा है।
इस बार भी भारतीयों की नजरें कम से कम अंतिम आठ तक पहुंचने पर है। भारत थामस कप में तीन बार और उबेर कप में तीन बार ही अंतिम चरण में पहुंचा है। वहीं 1988 में दिल्ली में हुए क्वालीफायर के बाद भारत प्रकाश पदुकोण, दिवंगत सैयद मोदी और विमल कुमार के अच्छे प्रदर्शन के दम पर फाइनल चरण में पहुंचा था।
मौजूदा राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत 2000 में कुआलालम्पुर में हुए टूर्नामेंट में फाइनल चरण में पहुंचा था। इसके बाद 2006 में अनूप श्रीधर, अरविंद भट और निखिल कानिटकर के अच्छे प्रदर्शन के दम पर भारत क्वार्टर फाइनल में पहुंचा। साइना नेहवाल की अगुवाई में भारतीय महिला टीम ने 2010 में कुआलालम्पुर में उबेर कप के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी।
भारतीय पुरुष टीम 2010 में अंतिम आठ में पहुंची थी। भारत पिछली बार क्वालीफाई नहीं कर सका था और इस बार भी नजरें राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक विजेता पी कश्यप और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साइना पर लगी होंगी।
भारत को थामस कप में मलेशिया, दक्षिण कोरिया और जर्मनी के साथ रखा गया है जबकि उबेर कप में थाईलैंड, कनाडा और हांगकांग उसके समूह में हैं। (एजेंसी)
First Published: Saturday, May 17, 2014, 14:27