Last Updated: Tuesday, April 22, 2014, 18:13
कोलंबो : श्रीलंका क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पाल फारब्रेस ने अपना पद छोड़ने और अपने देश इंग्लैंड की राष्ट्रीय टीम के सहायक कोच का पद स्वीकार करने का फैसला किया है। श्रीलंका क्रिकेट के सचिव निशांत रणतुंगा ने कहा कि फारब्रेस ने आज सुबह एसएलसी की कार्यकारी समिति को औपचारिक तौर पर अपने फैसले से अवगत कराया।
एसएलसी ने कल ही उम्मीद जताई थी कि पीटर मूर्स का सहायक बनने की इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की पेशकश के बावजूद केंट का पूर्व खिलाड़ी फारब्रेस उनके साथ जुड़ा रहेगा। श्रीलंका ने फारब्रेस के मार्गदर्शन में ही भारत को फाइनल में हराकर विश्व टी20 खिताब जीता था। उनके मार्गदर्शन में ही श्रीलंका ने एशिया कप का खिताब जीता और टीम बांग्लादेश में टेस्ट और वनडे श्रृंखला भी जीतने में सफल रही। पहले श्रीलंका के सहायक कोच रह चुके फारब्रेस ने 2013 के अंत में मुख्य कोच की जिम्मेदारी संभाली थी। फारब्रेस भी हालांकि उन कोचों की लंबी सूची में शामिल हो गए हैं जो विश्व कप 2011 के बाद या तो टीम का साथ बीच में छोड़ गए या जिनको हटा दिया गया।
ट्रेवर बेलिस ने विश्व कप के बाद टीम का साथ छोड़ा जिसके बाद स्टुअर्ट ला अंतरिम कोच बने। ला की जगह श्रीलंका के रूमेश रत्नायके ने ली लेकिन आस्ट्रेलिया के ज्योफ मार्श के आने पर उन्हें जाना पड़ा। आस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज को श्रीलंका ने बख्रास्त किया जिसके बाद मार्श ने कानूनी कार्रवाई की और एसएलसी को विच्छेदन शुल्क का भुगतान करना पड़ा। मार्श की जगह ग्राहम फोर्ड ने ली जिन्होंने इंग्लैंड की काउंटी टीम सरे से जुड़ने के लिए अपना पद छोड़ दिया और इसके बाद फारब्रेस ने जिम्मेदारी संभाली। एसएलसी सूत्रों ने बताया कि फारब्रेस अभी ‘प्रोबेशन पीरियड’ में थे और उनका अनुबंध 2015 के अंत तक का था।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 22, 2014, 18:13