Last Updated: Monday, November 18, 2013, 10:06

मुंबई : सचिन तेंदुलकर संन्यास के बाद जब पहली बार पत्रकारों से रू-ब-रू हुए तो वह एक पिता के रूप में भी नजर आये और उन्होंने मीडियाकर्मियों से अपने युवा क्रिकेटर बेटे अर्जुन पर दबाव नहीं बनाने का आग्रह किया। अर्जुन अपने पिता के नक्शेकदम पर चल रहे हैं और मुंबई की अंडर-14 टीम के सदस्य रह चुके हैं। उनके प्रदर्शन पर हालांकि मीडिया की निगाह लगी रहती है जिससे तेंदुलकर खुश नहीं नजर आए।
तेंदुलकर ने कहा, पिता होने के नाते मैं आपसे आग्रह करूंगा कि उसे अपने हाल पर छोड़ देना चाहिए। उसे क्रिकेट का मजा लेने दीजिए। उससे अपेक्षाएं मत रखो कि उसके पिता ने ऐसी क्रिकेट खेली तो उसे भी वैसा ही खेलना होगा। उन्होंने कहा, मैंने कभी इस तरह की अपेक्षाएं नहीं झेली हैं। मेरे पिताजी प्रोफेसर थे और मेरे समय में मेरे पिताजी से यह सवाल नहीं किया गया कि आपके बेटे ने कलम के बजाय क्रिकेट का बल्ला क्यों थाम लिया। तेंदुलकर ने कहा कि अर्जुन भी क्रिकेट से भरपूर प्यार करता है और उसे भी इस खेल का पूरा लुत्फ उठाने का अधिकार है। उन्होंने कहा, क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्यार जरूरी है और वह इस खेल से प्यार करता है। मैं उस पर प्रदर्शन का दबाव नहीं डालना चाहूंगा। आप भी दबाव मत डालो। उसे खुला छोड़ दो और खेल का मजा लेने दो। आगे क्या होता यह भगवान तय करेंगे, हम नहीं। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 18, 2013, 10:03