Last Updated: Monday, November 18, 2013, 09:13

मुंबई : सचिन तेंदुलकर का मानना है कि एक अच्छा कोच खिलाड़ी का दोस्त होना चाहिये भले ही वह भारतीय हो या विदेशी। क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद पहली प्रेस कांफ्रेंस में तेंदुलकर ने कहा, मुझे नहीं लगता कि कोच का भारतीय या विदेशी होना मायने रखता है। अहम यह है कि वह लगातार अच्छे नतीजे देता है या नहीं। एक अच्छा कोच वह है जो खिलाड़ियों को समझता हो और दोस्त की तरह हो। उन्होंने कहा, हम सभी को पता है कि कवर ड्राइव कैसे खेलते हैं लेकिन जब आपको तकनीकी समस्या है तो कोच के साथ बैठकर उसका हल निकलना चाहिये । उन्होंने कहा, एक कोच तो कोच है, भले ही वह कहीं से भी आये। एक कोच ऐसा होना चाहिये जिससे खिलाड़ी अपनी भावनायें व्यक्त कर सके। खिलाड़ी और कोच के संबंधों में आत्मविश्वास काफी महत्वपूर्ण है। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 18, 2013, 09:09