Last Updated: Thursday, November 28, 2013, 15:13
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली: जीत, जीत और जीत यानी हार कभी नहीं, ऐसा लगता है कि टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की टीम के साथ यह शब्द चिपक सा गया है। जो अपनी टीम के धुरंधरों के साथ विरोधी टीम से भिड़ना और हर हाल में जीतना जानते हैं। विरोधी टीम के लिए यह बात समझ से परे हैं कि आखिर धोनी और उनके लड़कों के पास ऐसा कौन सा सक्सेस सीक्रेट प्लान है जिसके सहारे वह हारी हुई बाजी भी जीत जाते हैं और विरोधियों को धूल चटाते हैं।
टीम इंडिया में इस वक्त रन मशीन की भरमार है। विराट कोहली कैरेबियन स्टाइल में तेज और लंबी पारी खेलने का माद्दा रखते हैं। तो दूसरी तरफ शिखर धवन शानदार ओपनिंग पारी से टीम को अच्छा स्कोर दे जाते हैं। ओपनर बल्लेबाज के रूप में रोहित शर्मा का दमदार प्रदर्शन से टीम इंडिया मजबूत होती चली जा रही है।
कप्तान धोनी एंड कंपनी ने कल वेस्टइंडीज को हराकर लगातार छठी बार वनडे ट्रॉफी जीती है। रिकॉर्ड की यह लंबी फेहरिस्त खत्म होने का नाम नहीं लेती। धोनी के हर प्लेयर शानदार फॉर्म से लबरेज हैं। ओपनर शिखर धवन ने सीरीज के अंतिम मैच में शानदार शतक लगाकर रिकॉर्ड बनाया। इसके साथ ही शिखर धवन 2013 में पांच शतक (वनडे में) लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए हैं। वह वनडे में इस साल यानी 2013 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले तीसरे (विराट कोहली और रोहित शर्मा के बाद) बल्लेबाज भी बन गए हैं।
यह बात भी भूलने की नहीं है कि इस वक्त वनडे रैंकिंग में टीम इंडिया नंबर वन और टेस्ट में नंबर 2 पर विराजमान है। वर्ष 2013 में जीत की शुरुआत माही एंड कंपनी ने 3-2 से इंग्लैंड को हराकर की थी। उसके बाद आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती। उसके बाद ट्राई एंगुलर सीरीज में वेस्ट इंडीज को हराया। उसके बाद चोटिल धोनी के टीम में नहीं होने के बावजूद जिंबाब्वे को विराट की कप्तानी में भारत ने 5-0 से हराया। ऑस्ट्रेलिया के साथ वनडे सीरीज में भारत ने उसे
3-2 से हराया। फिर उसके बाद बुधवार को ही वेस्ट इंडीज को 2-1 से हराकर वनडे चैंपियनशिप जीती।
First Published: Thursday, November 28, 2013, 13:12