Last Updated: Sunday, January 12, 2014, 20:29
नई दिल्ली : शुरूआती दो मैच में शिकस्त झेलने वाली भारतीय टीम को हीरो हाकी विश्व लीग फाइनल में अपना अभियान पटरी पर लाने के लिये अंतिम पूल मैच में कल ओलंपिक चैम्पियन जर्मनी से होने वाले मुकाबले में कड़ी मशक्कत करनी होगी।
भारतीय टीम इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाफ लचर प्रदर्शन के बाद मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में मजबूत जर्मनी के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करेगी। लेकिन ऐसा करने के लिये भारतीयों को अपने खेल में काफी भारी बदलाव करना होगा, जिसकी मौजूदा हालत में काफी कम संभावना दिख रही है।
पूल ए में इंग्लैंड (0-2) और न्यूजीलैंड (0-3) के खिलाफ शुरूआती दो मैचों में भारतीय टीम पूरी तरह रंगहीन दिखी।
मेजबान टीम ने अभी तक टूर्नामेंट में अपने दोनों मैचों में खेल के सभी विभागों में लचर खेल दिखाया। सरदार सिंह की अगुवाई वाली मिडफील्ड और युवा फारवर्डलाइन में कोई तालमेल नहीं दिखा। इतना ही काफी नहीं था कि डिफेंस (भारत के लिये हमेशा समस्या रहा) में भी खिलाड़ियों ने दबाव में कई गलतियां की। आठ बार के ओलंपिक चैम्पियन का पहले दो मैचों में बेसिक खेल (ट्रैपिंग और गेंद पास करना) भी लचर रहा। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 12, 2014, 20:29