Last Updated: Tuesday, February 18, 2014, 16:12

वेलिंगटन : टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक जड़ने वाले न्यूजीलैंड के पहले बल्लेबाज बने ब्रैंडन मैकुलम ने आज कहा कि इस ऐतिहासिक पारी को वह ताउम्र याद रखेंगे। मैकुलम ने भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में अपनी रिकॉर्डों से भरी 302 रन की पारी के बारे में खुलकर बात की। उनकी इस पारी से न्यूजीलैंड दूसरा टेस्ट मैच ड्रा कराकर दो मैचों की श्रृंखला 1-0 से जीतने में सफल रहा। मैकुलम ने मैच समाप्त होने के बाद कहा, ‘‘जो स्थिति (पांच विकेट पर 94 रन) थी वैसे में इस तरह की पारी की सख्त दरकार थी। तब हम निश्चित तौर पर टेस्ट बचाने और फिर श्रृंखला जीतने की कवायद में पिछड़ रहे थे। लेकिन हमने दबाव में कुछ अच्छी साझेदारियां निभायी। हमने लगातार अच्छी बल्लेबाजी की। संकट से बाहर निकलकर और श्रृंखला जीतकर बहुत अच्छा लगा। ’’
मैकुलम की पारी न्यूजीलैंड की तरफ से सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है। उन्होंने मार्टिन क्रो के 299 रन के रिकार्ड को तोड़ा जो उन्होंने इसी मैदान पर 1991 में श्रीलंका के खिलाफ बनाया था। वह दुनिया के 24वें बल्लेबाज हैं जिन्हों तिहरा शतक जड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘जब तक मैंने दर्शकों की भारी भीड़ नहीं देखी तब तक मैं नर्वस नहीं था। तब मैंने समझा कि इस पारी का कितना महत्व है और अपनी क्रिकेट टीम की सफलता और रिकार्ड टूटने से प्रशंसकों को कितनी खुशी मिलती है। ’’ मैकुलम ने कहा, ‘‘जब मैंने 300वां रन पूरा किया तो वह यादगार क्षण था। काफी देर तक तालियां बजती रही। उस समय मुझे अहसास हुआ कि न्यूजीलैंड के किसी निवासी के लिये यह कितनी महत्वपूर्ण उपलब्धि है और मैं निश्चित तौर पर इसे ताउम्र याद रखूंगा। ’’इस उपलब्धि के बावजूद मैकुलम बेहद विनम्र बने हुए हैं और उन्होंने कहा कि वह न्यूजीलैंड क्रिकेट के महान खिलाड़ियों की तरह प्रतिभाशाली नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इस उपलब्धि का पूरा सम्मान करते हुए मैं कहना चाहूंगा कि शायद मैं पिछले 24 घंटों से पहले तक इसके महत्व को नहीं समझ पाया था। मैं वर्षों तक न्यूजीलैंड क्रिकेट को देखकर बड़ा हुआ। ’’ मैकुलम ने कहा, ‘‘मैंने मार्टिन क्रो को 299 रन बनाते हुए देखा था और सोच रहा था कि कितना अच्छा होता कि यदि वह 300 रन बना लेते लेकिन तब मैं समझ नहीं पाया था कि अपनी टीम का समर्थन करने वाले पूरे देश के लिये यह कितने मायने रखता है। मैंने कल रात स्टीफन फ्लेमिंग से भी बात की। मैं थोड़ा अजीब सा महसूस कर रहा हूं क्योंकि मैं इन खिलाड़ियों की योग्यता के करीब भी नहीं हूं। ’’ इस 32 वर्षीय खिलाड़ी ने विकेटकीपर बल्लेबाज वीजे वाटलिंग के साथ छठे विकेट के लिये 352 रन की रिकॉर्ड साझेदारी की। इसके बाद जेम्स नीशाम ने अपने पदार्पण मैच में शतक जड़ा।
मैकुलम ने कहा, ‘‘सौभाग्य से मेरे साथ दूसरे छोर पर ऐसे जोड़ीदार थे जिन्होंने स्वयं बेहतरीन पारियां खेली। मेरे विचार में बीजे और नीश की पारियां बेजोड़ थी। विशेषकर बीजे क्योंकि उसने तब क्रीज पर कदम रखा जबकि हमारा स्कोर पांच विकेट पर 94 रन था और वह पहली पारी में रन नहीं बना पाया था। इस तरह की पारी से उसके जज्बे का पता चलता है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद नीश ने अपने पहले टेस्ट मैच में बेहतरीन पारी खेली। तब मैच किसी भी टीम के पक्ष में जा सकता था और ऐसे में उसने अपना नैसर्गिक खेल दिखाया। वह आक्रामक होकर खेला और उसने काफी साहस दिखाया। इसलिए मैं भाग्यशाली था कि मुझे इस तरह के जोड़ीदार मिले। ’’
मैकुलम ने अपनी टीम की तारीफ करते हुए कहा ,‘‘ यह जीत हमारे लिये बहुत मायने रखती है। हम कठिन हालात में पहुंच गए थे लेकिन इतने अच्छे सत्र का अंत हार के साथ नहीं करना चाहते थे।’’उन्होंने कहा ,‘‘ पूरी टीम इस मौके को गंवाना नहीं चाहती थी। यह हमारी असली कसौटी थी कि एक टीम के रूप में हम कहां हैं और हमारे प्रदर्शन से प्रशंसकों को बहुत खुशी हुई होगी। अभी काफी सुधार करना है लेकिन हम सही दिशा में जा रहे हैं।’’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 18, 2014, 16:10