Last Updated: Friday, April 25, 2014, 23:21

चंडीगढ़ : निशानेबाजी ने उन्हें पहचान दिलायी लेकिन ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ने शुक्रवार को खुलासा किया कि वह इससे पहले कई बार खेल को अलविदा कहने पर विचार कर चुके हैं। बिंद्रा ने कहा, ‘‘कई बार मेरी जिंदगी निराशा से भरी रही और मैंने कई बार खेल छोड़ने का मन बनाया। लेकिन मेरे माता पिता के नैतिक समर्थन, इच्छाशक्ति और प्रतिबद्धता से मैं उस दौर से पार पाने में सफल रहा।’’
उन्होंने कहा कि यदि सरकार देश के खेल परिदृश्य में बदलाव लाना चाहती है तो उसे पूरे ढांचे को नया स्वरूप देने पर जोर देना होगा। बिंद्रा ने कहा, ‘‘भारत में खेल प्रबंधन में सुधार हुआ है लेकिन इस संबंध में हमें अभी काफी काम करना है। नयी सरकार को भारत की खेल व्यवस्था में जरूरी बदलाव लाने के लिये इसके ढांचे को नये सिरे से तैयार करने पर जोर देना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा होने पर ही देश के विभिन्न खेल संगठन अपने कामकाज में पेशेवरपन लाएंगे।’’ बिंद्रा भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम में युवा उद्यमियों और पेशेवरों को संबोधित कर रहे थे। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 25, 2014, 23:21