Last Updated: Monday, April 21, 2014, 21:40

मुंबई : बीसीसीआई की कार्यकारिणी की कल यहां हुई आपात बैठक में जो कुछ हुआ उससे पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर का ‘मोहभंग’ हो गया है जिन्होंने विदर्भ क्रिकेट संघ के प्रतिनिधि के रूप में इसमें हिस्सा लिया था। नागपुर में रहने वाले 57 वर्षीय वकील मनोहर ने आज कहा, बैठक में क्या हुआ मैं उसका खुलासा नहीं कर सकता। मैं यही कह सकता हूं कि जो कुछ हो रहा था उससे मेरा मोहभंग हो गया। मैं वहां बोर्ड की छवि सुधारने के उद्देश्य से गया था लेकिन वहां निराशा ही मिली।
उच्चतम न्यायालय के निर्देशों पर इंडियन प्रीमियर लीग में स्पाट फिक्सिंग और सट्टेबाजी प्रकरण की जांच के लिये तीन सदस्यीय पैनल गठित करने पर जब पूर्व सीबीआई निदेशक आर के राघवन के नामांकन पर हाथ उठाकर मतदान हुआ तो मनोहर को 14-1 से हार मिली। इस पैनल में पूर्व क्रिकेट रवि शास्त्री और कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायधीश आर एन पटेल भी शामिल हैं।
मनोहर ने 2011 में बीसीसीआई अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद बीसीसीआई के मसलों से खुद को दूर रखा था। उन्होंने कल पहली बार बोर्ड की बैठक में हिस्सा लिया था। पूर्व बोर्ड अध्यक्ष ने हितों के टकराव का हवाला देकर शास्त्री को शामिल करने का भी विरोध किया था क्योंकि वह बोर्ड से अनुबंधित टीवी कमेंटेटर और आईपीएल संचालन परिषद के सदस्य हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 21, 2014, 21:40