Last Updated: Wednesday, December 11, 2013, 22:46

नई दिल्ली : कोरिया के खिलाफ ड्रॉ खेलने से जूनियर पुरूष हॉकी विश्व कप से बाहर होने के बाद भारत कल यहां मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में अर्जेंटीना के खिलाफ नौ से 12वें स्थान के क्लासिफिकेशन मैच में प्रतिष्ठा बचाने की खातिर मैदान पर उतरेगा। भारत ने कल रात पूल सी का अपना आखिरी लीग मैच कोरिया से 3-3 से ड्रॉ खेला जिससे वह क्वार्टर फाइनल की दौड़ से बाहर हो गया।
भारत और कोरिया दोनों के समान चार अंक रहे लेकिन भारतीय टीम को आगे बढ़ने के लिये जीत की दरकार थी। कोरिया हालांकि गोल अंतर में बेहतर होने के कारण आगे बढ़ने में सफल रहा। हालैंड पूल सी से शीर्ष पर जबकि कोरिया दूसरे स्थान पर रहा। वर्तमान स्थिति के लिये भारतीय खुद को दोषी ठहरा सकते हैं क्योंकि कोरिया को उसने वापसी का मौका दिया। कोरिया एक समय 1-3 से पीछे चल रहा था लेकिन उसने आखिरी दो मिनट में मैच को बराबर कर दिया। भारत को अच्छी तरह से पता था कि जीत से ही वह नाकआउट चरण में जगह बना सकते हैं और उसने सकारात्मक शुरूआत की। शुरू में एक गोल से पिछड़ने के बावजूद भारत ने वापसी की और 3-1 की बढत हासिल कर ली। लेकिन टूर्नामेंट में अब तक जैसा होता रहा वही कहानी फिर से दोहरायी गयी। भारतीय रक्षकों की एकाग्रता भंग हुई और कोरिया ने इसका फायदा उठाकर गोल दागे दिये। मनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली टीम के जज्बे की कल फिर से परीक्षा होगी क्योंकि उन्हें निराशा से उबरकर प्लेआफ में खेलना होगा।
भारतीय कोच ग्रेग क्लार्क ने कहा कि पोडियम पर पहुंचने का मौका गंवाने के बाद अब उनका अगला काम टीम को नौ से 12वें स्थान के क्लासिफिकेशन मैचों के लिये तैयार करना होगा। उन्होंने कहा, लड़के काफी निराश हैं। वह स्वदेश में खेल रहे थे और अच्छा प्रदर्शन करने के लिये बेताब थे। मुझे वास्तव में उनको लेकर दुख है। उनकी लंबे समय से इस टूर्नामेंट पर निगाह थी और वे इसके लिये कड़ी मेहनत कर रहे थे। क्लार्क ने कहा, हमारे लिये अगले दो मैच जीतना महत्वपूर्ण है ताकि हम जीत के साथ अंत कर सकें। भारत यदि कल अर्जेंटीना से जीत जाता है तो वह नौवें और दसवें स्थान के प्लेआफ मैच में पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गये मैच के विजेता से भिड़ेगा। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 11, 2013, 22:46