Last Updated: Sunday, December 29, 2013, 21:18

चेन्नई : भारत की उम्मीदें सोमवार से यहां शुरू होने वाले एटीपी एयरसेल चेन्नई ओपन टेनिस टूर्नामेंट में सोमदेव देववर्मन पर लगी होंगी जबकि युकी भांबरी के भी नये सत्र में अच्छी फार्म कायम रखने की उम्मीद है। टूर्नामेंट भारतीय खिलाड़ियों के लिये नयी नयी चुनौतियों से भरा होगा।
भारत के तीन खिलाड़ी एकल के मुख्य ड्रा में शामिल हैं, जिसमें दुनिया के आठवें नंबर के खिलाड़ी और 2011 चैम्पियन स्टेनिसलास वारविंका शीर्ष वरीय हैं और 2008 के चैम्पियन और रूस के दूसरे वरीय मिखेल यूज्नी मौजूद हैं। वारविंका सत्र के शुरूआती टूर्नामेंट में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ सत्र खेलने के बाद आ रहे हैं और स्विट्जरलैंड के इस खिलाड़ी को खेलते देखना शानदार होगा।
2013 के अंत में उन्होंने अमेरिकी ओपन के सेमीफाइनल में दुनिया के नंबर एक नोवाक जोकोविच के अलावा अन्य शीर्ष खिलाड़ियों के सामने कड़ी चुनौती रखी थी, जिससे वह टूर्नामेंट के प्रबल दावेदार बन जाते हैं। वारविंका अपने करियर (298-198) 300 मैच में दो जीत दूर हैं। तीन अन्य स्विस खिलाड़ी अपने करियर में 300 जीत दर्ज की हैं, जिसमें रोजर फेडरर (923), मार्क रोसेट (433) और जैकब हिलासेक (432) शामिल हैं।
भारतीय उम्मीदें सोमदेव पर लगी होंगी, जो 2009 में फाइनल में पहुंचे थे। उनका 2013 का सत्र शानदार रहा था और उनकी निगाहें शीर्ष 50 में पहुंचने पर लगी हैं जिसके लिये वह इस सत्र में बेहतरीन शुरूआत करना चाहेंगे। हालांकि यह इतना आसान नहीं होगा लेकिन उन्हें अच्छा ड्रा मिला है जिससे उनका शुरूआती मुकाबला क्वालीफायर से होगा। धीमे कोर्ट सोमदेव को काफी पसंद हैं क्योंकि वह बेसलाइन में खेलना पसंद करते हैं। वाइल्ड कार्डधारी युकी स्पेन के पाबलो कारेनो बुस्टा के खिलाफ अपने अभियान की शुरूआत करेंगे जबकि दूसरे वरीय वाइल्ड कार्डधारी जीवन नेदुनचेझियान का मुकाबला चेक गणराज्य के जिरी वेसेली से होगा।
युकी के इस लिये इस मौके का फायदा उठाना अहम होगा क्योंकि अच्छे प्रदर्शन से उन्हंे अच्छे अंक मिल सकते हैं जिससे उन्हें अपनी रैंकिंग सुधारने में मदद मिलेगी। टूर्नामेंट में चार शीर्ष वरीय वारविंका, युज्नी, तीसरे वरीय इटली के फैबियो फोगिनी और चौथे वरीय फ्रांस के बेनोइट पेयर को बाई मिली है।
गत चैम्पियन सर्बिया के यांको टिप्सारेविच के हटने से भारत के एकमात्र एटीपी टूर्नामेंट से चमक थोड़ी फीकी हो गयी है। भारत का सर्वश्रेष्ठ मौका युगल में होगा जिसमें काफी घरेलू खिलाड़ी, जिसमें अनुभवी लिएंडर पेस भी, शामिल हैं। रोहन बोपन्ना और उनके पाकिस्तानी जोड़ीदार ऐसाम उल हक कुरैशी को शीर्ष वरीयता प्राप्त है। बोपन्ना ने ऐसाम उल हक कुरैशी के साथ दोबारा जोड़ी बनायी है।
बोपन्ना-कुरैशी की जोड़ी पहले राउंड में गत चैम्पियन बेनोइट पेयर और वारविंका की जोड़ी से भिड़ेगी। पेस ने इटली के फोगिनी के साथ जोड़ी बनायी है जिन्हें दूसरी वरीयता मिली है। पेस और बोपन्ना के अलावा में युगल में पांच और भारतीय खिलाड़ी शामिल हैं।
रामकुमार रामनाथन और एन श्रीराम बालाजी को वाइल्डकार्ड से प्रवेश मिला है। ऐसा ही साकेत मेनी के साथ है जिन्होंने रूस के कारेन काचचाकोव के साथ जोड़ी बनायी है। दिविज शरण ने चीनी ताइपे के येन सुन लु जबकि पूरव राजा ने इस्राइल के डुडी सेला से जोड़ी बनायी है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, December 29, 2013, 21:18